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सत्ता बदलने के बाद अब नर्मदा किनारे ‘शिव’ राज में लगाए गए पौधों को होगा सत्यापन

locationहोशंगाबादPublished: Nov 30, 2019 12:38:42 pm

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तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर ६ करोड़ पौधे लगाकर वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया था।

सत्ता बदलने के बाद अब नर्मदा किनारे 'शिव' राज में लगाए गए पौधों को होगा सत्यापन

सत्ता बदलने के बाद अब नर्मदा किनारे ‘शिव’ राज में लगाए गए पौधों को होगा सत्यापन

होशंगाबाद. नर्मदा कछार में मनरेगा से 2 जुलाई 2017 को लगाए गए पौधों का दो साल बाद भौतिक सत्यापन करने का फरमान जारी किया गया है। खास बात यह है कि इस दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 6 करोड़ पौधे लगाकर वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया था। सत्ता बदलने के बाद पौधों का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। वह भी मोबाइल एप के जरिए। जिसमें पौधारोपण पर किए गए खर्च के अलावा पौधरोपण स्थल का जियोटैग फोटो भी एप में अपलोड किया जाएगा। जिससे पौधरोपण में हुई गड़बड़ी का पता चल सकेगा। यह फरमान पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सचिव उमाकांत उमराव ने २५ नवंबर को दिया है।
जिपं के निर्देश पर मोबाइल पर एप डाउनलोड कराया
आदेश मिलने के बाद जिला पंचायत के निर्देश पर सभी जनपदों में फॉरमेट भेज दिए गए हैं। सर्वे के लिए मोबाइल एप डाउनलोड कराया जा रहा है। सर्वे के लिए जनपदों के एई को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मनरेगा की टीम के अलावा उपयंत्री, सचिव व रोजगार एडीओ, पीसीओ सहायकों को टीम में शामिल किया है।
ये करने के दिए निर्देश
2 जुलाई 2017 को जिस जमीन में वृक्षारोपण किया गा था, उस जमीन का स्टेटस। 2 जुलाई के पूर्व क्या था।
वृक्षारोपण जिस जमीन में किया गया है, सकी आज की वस्तुस्थिति क्या है।
क्रय/प्राप्त किए पौधों के स्त्रोत के संबंध में जानकारी एकत्रित की जाए। विशेष रूप से जहां नर्सरी से पौधे प्राप्त किए गए हैं।
पौधरोपण की प्रत्येक साइट के संबंध में स्वीकृति का विवरण भी प्राप्त किया जाए।
पौधों का भौतिक सत्यापन किन-किन पदाधिकारियों, अधिकारियों, कर्मचारियां ने किया है।
क्या प्रावधान के अनुसार राशि खर्च की गई है।
2017-18 से अभी तक वर्षवार किया गया खर्च का ब्यौरा।
पौधरक्षक नाम तथा पौधरक्षक को किया गया भुगतान।
भौतिक सत्यापन के समय पौधरोपण स्थल का इंफॉरमेपिंग मोबाइल एपलीकेशन का उपयोग कर जियोटैग फोटो लेना है।
इन जिलों में होगा सर्वे
होशंगाबाद, हरदा, बैतूल, मंडला, बड़वानी, कटनी, इंदौर, अनूपपुर, देवास, अलीराजपुर, धार, नरसिंहपुर, रायसेन, बैतूल, सिवनी, डिंडौरी, दमोह, जबलपुर, सीहोर, छिंदवाड़ा, खंडवा, बालाघाट, सागर, बुरहानपुर, खरगौन।

मनरेगा से नर्मदा कछार में 13 लाख पौधे लगाए गए थे। जिनका भौतिक सत्यापन कराने का आदेश मिला है। सर्वे के लिए टीम बनाकर जनपदों को निर्देशित किया है।
आदित्य ङ्क्षसह, सीइओ जिपं होशंगाबाद।
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