scriptतीन साल से नपा के पास पैसा जमा, फिर भी सरकारी स्वीमिंग पूल का इंतजार | Money deposited for three years, yet awaiting the swimming pool | Patrika News

तीन साल से नपा के पास पैसा जमा, फिर भी सरकारी स्वीमिंग पूल का इंतजार

locationहोशंगाबादPublished: May 27, 2019 12:42:54 pm

Submitted by:

poonam soni

एक बार फिर से 38 हजार 961 स्क्वायर फीट जमीन मिली

swimming pool

तीन साल से नपा के पास पैसा जमा, फिर भी सरकारी स्वीमिंग पूल का इंतजार

होशंगाबाद. शहर में एक भी सरकारी स्वीमिंग पूल नहीं है। ऐसा नहीं है कि इसके लिए प्रयास नहीं किए गए। पूल के लिए स्वीकृत की गई जमीन दो बार कैंसिल की जा चुकी है। अब 2019 में एक बार फिर से 38 हजार 961 स्क्वायर फीट जमीन मिली है। लेकिन यह खेल विभाग को अलार्टमेंट नहीं की गई। बावजूद इसके नर्मदा से तैर कर निकले खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। शहर में एक मात्र निजी स्वीमिंग पूल हरदा रोड पर है। जिसे डायरेक्टरेट ने किराए पर ले रखा है। इसमें भी सिर्फ अकदमी के खिलाडिया़े के लिए सुविधा है।
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तीन साल से नपा के पास पैसा जमा : स्वीमिंग पूल के लिए करीब तीन वर्ष पहले शासन से दो करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। यह पैसा आज भी नगर पालिका के पास जमा है। बताया जाता हे 1991 में नर्मदा कॉलेज में स्वीमिंग पूल बनाने के लिए शासन से पैसा आया था, लेकिन यहां भी स्वीमिंग पूल नहीं बन सकता और पैसा वापस कर दिया गया।
१. विवादों से उलझा सरकारी स्वीमिंग पूल, नर्मदा में तैरकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर चमके खिलाड़ी
२. दो बार कैंसिल हो चुकी स्वीमिंग पूल की जमीन, तीन साल से स्वीकृत है स्वीमिंग पूल के लिए राशि
नर्मदा से तैरकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे
इंटर नेशनल तकनीकि अधिकारी उमाशंकर व्यास नर्मदा घाट पर बच्चों को तैराकी का नि:शुल्क प्रशिक्षण देते हैं। व्यास बताते हैं कि अब तक सौ से अधिक खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुके हैं। हर्षिता तोमर ने जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में वॉटर स्पोट्र्स में ब्राउंज मैडल हासिल किया। विश्वजीत सिंह कुशवाह इंटरनेशनल के लिए वॉटर स्पोट्र्स में चयनित हुए हैं। मोहन मंसोरिया सेना में रखकर वॉटर स्पोट्र्स में कई मेडल अपने नाम कर चुके हैं। मानव कॉल फिल्म इंडस्ट्रीज में पहुंच गए है। मनोज करैया ने राष्ट्रीय स्पर्धा ने गोल्ड मेडल हासिल किया।
जमीन मिलने के बाद भी नहीं बना स्वीमिंग पूल
करीब 2003-04 में सबसे पहले विंध्याचल क्लब के पीछे वाटिका रेस्टोरेंट की जमीन को तत्कालीन कलेक्टर ने स्वीमिंग पूल के लिए स्वीकृत किया था, जिस पर कोर्ट केस कर दिया गया। इसके बाद कोठी बाजार पोस्ट ऑफिस के पास की जमीन तत्कालीन कलेक्टर ने स्वीकृत की। यहां नगरपालिका ने सब्जी मंडी बना दी, जिससे स्वीमिंग पूल बनाने का मामला एक बार फिर टल गया। अब मार्च 2019 में कलेक्टर ने अधिकारियों के माध्यम से फिर से स्वीमिंग पूल के लिए जमीन का सर्वे किया और आइटीआइ के पास 38 हजार 961 स्क्वायर फीट जमीन स्वीमिंग पूल के लिए चिह्नित की गई है, लेकिन अभी जमीन का खेल विभाग को अलार्टमेंट नहीं हुआ है।
स्वीमिंग पूल के लिए कुलामड़ी रोड पर नई जेल के पास जमीन स्वीकृत हो चुकी है, आचार संहिता के कारण उसका अलाटमेंट नहीं हुआ है। डायरेक्टरेट ने अकादमी के लिए बुधवारा का स्वीमिंग पूल रेंट पर लिया है जहां खिलाडियों को तैराकी की सुविधा दी जा रही है।
वाणी साहू, खेल अधिकारी
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