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मंडे मेगा स्टोरी: मूंग खरीदी के तीन शेष, 32 हजार से अधिक किसान उपज बेचने कर रहे इंतजार

locationहोशंगाबादPublished: Sep 17, 2021 01:54:13 pm

Submitted by:

devendra awadhiya

भुगतान में भी हो रही देरी, किसानों के 277.74 करोड़ रुपए अटके,केंद्रों में रिश्वतखोरी और अन्य गड़बडिय़ां भी हो चुकी है उजागर

मंडे मेगा स्टोरी: मूंग खरीदी के तीन शेष, 32 हजार से अधिक किसान उपज बेचने कर रहे इंतजार

मंडे मेगा स्टोरी: मूंग खरीदी के तीन शेष, 32 हजार से अधिक किसान उपज बेचने कर रहे इंतजार

देवेंद्र अवधिया
होशंगाबाद. जिले में समर्थन मूल्य पर 70 स्थापित केंद्रों पर गर्मी की मूंग की खरीदी के मात्र तीन दिन बाकी है। सरकारी खरीदी 15 सितंबर तक होना है, लेकिन खरीदी अव्यवस्था और लचर मॉनीटरिंग के चलते तीन माह में सभी पंजीकृत 80 हजार 612 किसानों से मूंग की सरकारी पूरी नहीं हो सकी है। 12 सितंबर की स्थिति में 32 हजार 144 किसान अपनी मूंग बेचने के लिए एसएमएस और केंद्रों पर बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि 15 जून 2021 से जिले में कुल 70 वेयरहाउस आधारित केंद्रों पर यह खरीदी शुरू हुई थी। इस अवधि में 48 हजार 468 किसानों से ही 881.85 करोड़ की 1 लाख 22 हजार 548 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी हो पाई है। जिसमें से किसानों को 607.08 करोड़ का भुगतान हुआ। अभी 244.77 करोड़ राशि का भुगतान बाकी है। इसके लिए किसान मूंग बेचने के बाद अपनी राशि पाने के लिए खरीदी केंद्रों और बैंक में भटक रहे हैं। खातों में यह राशि नहीं डाले जाने से किसान त्यौंहारी सीजन और खरीफ फसलों की सिंचाई, देखभाल सहित खाद-बिजली आदि के इंतजाम नहीं कर पा रहे। जिले के पिपरिया, बनखेड़ी और सोहागपुर तहसील के किसान सबसे अधिक परेशान हैं। इनकी मूंग ही नहीं बिक पा रही। मूंग खरीदी में उपज को पास करने, तुलाई में कई केंद्रों में रिश्वतखोरी, कमीशन बाजी और अन्य गड़बडिय़ां भी उजागर हुई है, जिसमें केंद्रों से जुड़े प्रबंधक व सर्वेयरों पर एफआईआर भी दर्ज करानी पड़ी है। अगर तिथि आगे नहीं बढ़ती है तो हजारों किसान गर्मी में कड़ी धूप व मेहनत से उगाई मूंग उपज को बेचने से वंचित रह जाएंगे। किसानों को मजबूरन व्यापारियों को औने-पौने दाम पर बेचना पड़ेगा, जिसमें उन्हें बाजिव मूल्य मिलना मुश्किल होगा।

पैसा लेकर मूंग खरीदी से चर्चा में जिला
ग्रीष्मकालीन मूंग की पहली बार हुई समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी के दौरान जिला कर्मचारियों की रिश्वतखोरी से चर्चा में रहा। ऐसा कोई केंद्र नहीं था जहां किसान को एफएक्यू के नाम पर उसकी मूंग उपज को खरीदने में अड़ंगेबाजी, परेशानी न आई हो। सर्वेयरों ने मूंग के रिजेक्ट व पास करने की आड़ में जमकर चांदी काटी। पैसों के लेनदेन के दो मामले सिवनीमालवा में यादव वेयरहाउस एवं इटारसी खेड़ा नीलम वेयर हाउस केंद्र पर भी उजागर हुए। जिसमें सर्वेयर, प्रबंधक, संचालक पर गैरजमानती धाराओं में केस दर्ज किए गए।

सबसे अधिक सिवनीमालवा में हुई मूंग
जिले के सिवनीमालवा तहसील में सबसे अधिक मूंग की पैदावार हुई। यहां के मूंग बेचने वाले पंजीकृत किसानों की संख्या 20 हजार 225 है, जिसमें से 18 हजार 789 किसानों ने 65 हजार 22 मीट्रिक टन मूंग बेची है, जबकि 1436 किसान अभी मूंग नहीं बेच पाए हैं। इसी तरह इटारसी के 1917, होशंगाबाद के 2283, पिपरिया के 3162, बाबई के 1964, सोहागपुर के 5354, पिपरिया के 6066, बनखेड़ी के 7896 किसान भी अपनी मूंग बेचने का तीन माह से इंतजार कर रहे हैं।

जिले में एक नजर में मूंग खरीदी की स्थिति
-कुल पंजीकृत किसान संख्या: 80612
-खरीदी किसानों की संख्या : 48468
-मूंग की कुल खरीदी मात्रा :122548 एमटी
-कुल भुगतान राशि : 881.85 करोड़
-भुगतान हुई राशि : 607.08 करोड़
-शेष भुगतान की राशि : 244.77 करोड़
-खरीदी वाले शेष किसान : 32144
-खरीदी की अंतिम तिथि : 15 सितंबर 2021
-खरीदी कब शुरू हुई थी : 15 जून 2021

कहां कितने खरीदी केंद्र
सिवनीमालवा: 19
इटारसी : ०7
होशंगाबाद : ०4
डोलरिया : ०4
बाबई : 10
सोहागपुर : 11
पिपरिया : ०8
बनखेड़ी : 07
…………………………….
कुल : 70

इनका कहना है…
संघ ने उजागर की गड़बडिय़ां
जो किसान अपनी मूंग नहीं बेच पाए हैं, वह जल्द ही अपने नजदीकी केंद्रों पर जाकर उपज को तुलवाएं। किसान संघ ने लगातार बैठकें व ज्ञापन देकर समस्याओं को उठाया है। खरीदी में गड़बडिय़ों को भी उजागर किया है, जिसमें कार्रवाईयां भी हुई है।
-संतोष पटवारे, जिला मंत्री भारतीय किसान संघ

15 दिन बढ़ाई जाए मूंग खरीदी
जिले में अभी भी सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार ही हजारों किसान मूंग बेचने से वंचित रह गए हैं, इसलिए खरीदी की अवधि 15 दिन बढ़ाई जानी चाहिए,ताकि जो किसान मूंग नहीं बेच पाएं हैं वह भी खरीदी में शामिल हो सकें। जिन किसानों को भुगतान नहीं मिला है, उन्हें तत्काल भुगतान किया जाना चाहिए।
-हरपाल सिंह सोलंकी, जिलाध्यक्ष क्रांतिकारी किसान-मजदूर संगठन
….
जिले में पंजीकृत सभी 80 हजार से अधिक किसानों की शेड्यूलिंग कर ली गई है। अब तक 78 हजार किसानों को 14 सितंबर की शाम तक शेष रहे सभी किसानों को मूंग बेचने केंद्रों पर आना है। दूसरी बार एसएमएस का प्रावधान नहीं है। रिकॉर्ड में जो 32 हजार 144 शेष किसान हैं, हो सकता है उनमें से कुछ ने मंडी में व्यापारियों को मूंग बेच दी हो, कुछ के पास मूंग नहीं होगी।
-जेआर हेडाऊ, कृषि उप संचालक होशंगाबाद

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