यह विधानसभा भाजपा का गढ़ है। इस कारण यहां काफी काम होने की उम्मीदें थी। नपा पर भी भाजपा का कब्जा है। बावजूद भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान से काम नहीं हो पाए। भाजपा संगठन ने कई मौकों पर हस्तक्षेप किया लेकिन सही काम कराने में लाचार रहा। विस अध्यक्ष ने नपा द्वारा व्यापारियों पर लगाए गए टैक्स एक सप्ताह में कम कराने का वादा किया था लेकिन नहीं करा पाए।
विधायक निधि में खर्च हुए लाखों
– विधायक निधि के लिए 85 लाख व स्वेच्छानुदान के लिए ५ लाख मिले
– जिसमें विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए और लोगों की मदद के लिए खर्च कर दिया गया। यह निधि वर्ष २०१७ में बढ़ी और विधायक निधि के लिए 1.85 करोड़ की राशियां मिली और स्वेच्छानुदान के लिए १५ लाख।
– वर्ष 2017 में इसे खर्च तो कर दिया गया, लेकिन २०१८ में खर्च करने के बाद भी कुछ में स्वीकृति नहीं मिल सकी।
पिछले चुनाव का परिणाम
डॉ. सीताशरण शर्मा, भाजपा 91760
डॉ. रवि किशोर जायसवाल, कांग्रेस 42464