scriptबादल गरजते ही कांप जाते हैं ये 50 बच्चे, जानें क्या है मामला | mp goverment school latest news | Patrika News

बादल गरजते ही कांप जाते हैं ये 50 बच्चे, जानें क्या है मामला

locationहोशंगाबादPublished: Jul 11, 2018 01:57:32 pm

Submitted by:

sandeep nayak

हर पल हादसे के साए में हैं ये बच्चे

mp goverment school latest news

बादल गरजते ही कांप जाते हैं ये 50 बच्चे, जानें क्या है मामला

होशंगाबाद। बालागंज स्थित पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के पचास विद्यार्थी इन दिनों मौत के साए में रहने को मजबूर है। छात्रावास का भवन जर्जर है और उसे खाली कर किराए के भवन में जाने के आदेश हो चुके हैं। लेकिन एेसा भवन मिल नहीं रहा। हालात यह हैं कि बादल गजरते ही यह बच्चे कांप उठते हैं। उन्हें हर पल हादसे की आशंका सताती है। डर के कारण कई बच्चे छात्रावास से घर चले गए हैं। अभी भी 18 बच्चे मौजूद हैं। स्थिति यह है कि छात्रावास भवन में आयदिन कभी छत का प्लास्टर गिर रहा है तो कभी छज्जा टूटकर नीचे गिर जाता है। पिलर के नीचे की मिट्टी भी धंस गई है। साथ ही पूरे भवन में दरार आ रहीं हैं और छत से बारिश का पानी भी सीपेज कर रहा है। इसी के तहत मप्र अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त ने 22 जून को आदेश जारी कर छात्रावास को खाली कर नए किराए के भवन में संचालित करने की अनुमति दी है। दरअसल आदिवासी विभाग ने शासन ने मांग की थी कि भवन जर्जर है और यहां कभी भी हादसा हो सकता है। विभाग की मांग पर ही उक्त अनुमति दी गई है।

बारिश में आशियाने की तलाश अधूरी
छात्रावास भवन की जर्जर स्थिति को देखते हुए विभाग ने नए भवन की तलाश भी शुरू कर दी है। विभाग को 50 बालकों के ठहरने के लिए किराए के भवन की जरूरत है। हालांकि विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के तहत भवन में 10 बाथरूम, 10 शौचालय, स्वयं को बोरवेल, बड़ा किचन, स्टोर रूम और थ्री फेस मीटर होना जरूरी है। मापदंड के तहत विभाग ने 10 जुलाई तक आवेदन बुलाए थे हालांकि एक भी भवन मालिक ने संपर्क नहीं किया है। अब जब तक विभाग को नया भवन नहीं मिल जाता तब तक विद्यार्थियों को जर्जर भवन में ही रहना होगा।
प्लास्टर गिर गया है
&एक दिन रात में अचानक छत के एक हिस्से का प्लास्टर टूट कर गिर गया। जिस जगह प्लास्टर गिरा वहीं हमारा पलंग भी है।
आशीष बकोरिया, सिवनीमालवा
&नए भवन में के लिए किराए के भवन के आवेदन बुलाए है। जब नया भवन मिल जाएगा तो विद्यार्थियों को वहां सिफ्ट कर देंगे। छात्रावास भवन पुराना है इस वजह से इसे तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा।
चंद्रकांता सिंह, सहायक आयुक्त
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो