ये गांव हुए विस्थापित
वन विस्थापन नीति के तहत रिजर्व फारेस्ट की पंचायत पगारा के छह गांव विस्थापित कर दिए गए। विस्थापन में कांजीघाट, रोरीघाट, जंबूदीप, खामखेड़ी, बदकछार, घोड़ानार गांव शामिल है। परिसीमन के बाद दो गांव पगारा और बारीआम को सिंगानामा ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया है। सिंगानामा ग्राम पंचायत में चाकर, घाना ग्राम भी शामिल है। विस्थापित गांवों को राजस्व विभाग क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में शामिल किया गया है।
&पगारा ग्राम पंचायत के आधा दर्जन गांव विस्थापित हो जाने से जनसंख्या कम हो गई थी। परिसीमन में पगारा ग्राम पंचाय को समाप्त कर उसे सिंगानामा पंचायत से जोडऩे प्रस्ताव जिला रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को भेजा था जो पास हो गया है अब 52 की स्थान पर जनपद में 51 पंचायतों में चुनाव होंगे।
मदन सिंह रघुवंशी, रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पिपरिया
वन विस्थापन नीति के तहत रिजर्व फारेस्ट की पंचायत पगारा के छह गांव विस्थापित कर दिए गए। विस्थापन में कांजीघाट, रोरीघाट, जंबूदीप, खामखेड़ी, बदकछार, घोड़ानार गांव शामिल है। परिसीमन के बाद दो गांव पगारा और बारीआम को सिंगानामा ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया है। सिंगानामा ग्राम पंचायत में चाकर, घाना ग्राम भी शामिल है। विस्थापित गांवों को राजस्व विभाग क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में शामिल किया गया है।
&पगारा ग्राम पंचायत के आधा दर्जन गांव विस्थापित हो जाने से जनसंख्या कम हो गई थी। परिसीमन में पगारा ग्राम पंचाय को समाप्त कर उसे सिंगानामा पंचायत से जोडऩे प्रस्ताव जिला रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को भेजा था जो पास हो गया है अब 52 की स्थान पर जनपद में 51 पंचायतों में चुनाव होंगे।
मदन सिंह रघुवंशी, रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पिपरिया