सोहागपुर विधायक भी पहुंचे शिकायत लेकर सीएमओ ने बताया कि शुक्रवार दोपहर अजाक थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंची, लेकिन राजीनतिक दबाव के कारण पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। वहां से एसपी ऑफिस गई। एसपी अरविंद सक्सेना के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने शिकायत ली। इस बात का पता लगते ही सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह के नेतृत्व में नप अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधि एसपी और कलेक्टर आफिस पहुंच गए। उन्होंने भी सीएमओ के खिलाफ शिकायत करते हुए उन्हें हटाने की मांग की। नगरीय प्रशासन मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें सीएमओ पर जनप्रतिनिधियों के साथ बदसलूकी करने और निर्माण कार्यों के संबंध में बात करने पर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी देने का आरोप लगाया। उनके बीच यह विवाद पिछले तीन महीने से चल रहा है।
…तो हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे
…तो हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे
नपा अध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर से दिए गए ज्ञापन में कहा कि सीएमओ जन विरोधी एवं मध्यप्रदेश शासन के खिलाफ कार्य कर रही हैं। वे विपक्ष की भूमिका निभा रही, जिससे जनहित के कार्य बाधित हो रहे हैं। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अपमानित करती हैं। उनका तबादला किया जाना चाहिए। उनके कार्यों में सुधार नहीं हुआ तो सभी सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।
मुझे सुरक्षा दी जाए…
मैं अकेली दिव्यांग महिला हूं। मेरे पति राजस्थान में कार्यरत हैं। यह लोग राजनैतिक रसूख वाले हैं, मेरे साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। मुझे कार्यालय जाने में भी डर लगता है। इस कारण मुझे सुरक्षा दी जानी चाहिए।
रीता कैलासिया, सीएमओ, बाबई
जांच कराएंगे
दोनों पक्षों शिकायत आवेदन लिए गए हैं। मामला प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच का है। वरिष्ठ अधिकारी से मामले की जांच कराएंगे। इसके बाद संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।
अरविंद सक्सेना, एसपी, होशंगाबाद
दोनों पक्षों शिकायत आवेदन लिए गए हैं। मामला प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच का है। वरिष्ठ अधिकारी से मामले की जांच कराएंगे। इसके बाद संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।
अरविंद सक्सेना, एसपी, होशंगाबाद
अफसरों का तरीका ठीक नहीं
हम भी देख रहे हैं और आप भी कि प्रशासनिक अधिकारियों को किस लहजे में कहां बात करनी चाहिए। कलेक्ट्रेट परिसर में परिषद के साथियों से बदसलूकी की गई थी। प्रशासन का काम होता है सामंजस्य बनाना और यदि नहीं बनाकर चलेंगे तो कैसे काम चलेगा। हमने अपनी बात एसपी और कलेक्टर के सामने रख दी है। कहा है, जांच करा लीजिए, जो दोषी हो उस पर कार्रवाई की जाए।
विजयपाल सिंह, विधायक
हम भी देख रहे हैं और आप भी कि प्रशासनिक अधिकारियों को किस लहजे में कहां बात करनी चाहिए। कलेक्ट्रेट परिसर में परिषद के साथियों से बदसलूकी की गई थी। प्रशासन का काम होता है सामंजस्य बनाना और यदि नहीं बनाकर चलेंगे तो कैसे काम चलेगा। हमने अपनी बात एसपी और कलेक्टर के सामने रख दी है। कहा है, जांच करा लीजिए, जो दोषी हो उस पर कार्रवाई की जाए।
विजयपाल सिंह, विधायक