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होशंगाबाद

हुजूर ! यह कूड़ादान नहीं, सरकारी अस्पताल का प्रवेश द्वार है..

बदबू के कारण मुंह पर रखना पड़ता है रूमाल

होशंगाबादDec 14, 2018 / 11:34 pm

govind chouhan

garbage

हुजूर ! यह कूड़ादान नहीं, सरकारी अस्पताल का प्रवेश द्वार है..

होशंगाबाद। यह तस्वीर है जिला अस्पताल के प्रवेश द्वार की। गेट के बगल में बाजार का कचरा डाला जाता है। यहां से नगर पालिका रोजाना कचरा भी नहीं उठाती। इस कारण कई बार बदबू के कारण मुहं पर रूमाल रखकर अस्पताल में आना-जाना पड़ता है। वैसे तो यहां विद्युत ट्रांसफार्मर लगना प्रस्तावित है, लेकिन तब तक यह कचरा मरीजों को और बीमार करने का काम कर रहा है। अस्पताल प्रबंधन से लेकर नपा भी इसकी अनदेखी कर रही है। दरअसल आसपास की दुकानों और घरों का कचरा यहां फेंका जाता है। यहां का मुख्य गेट अक्सर बंद रहता है। उसके बगल में स्थित छोटे गेट से ही दोपहिया वाहन चालक और लोगों का आना-जाना रहता है। इस स्थान से नगर पालिका नियमित कचरा नहीं उठाती और न ही आसपास कचरा जमा करने का कोई विकल्पिक इंतजाम किया है। कचरे के कारण यहां मवेशियों का जमघट लगा रहता है।

कचरा घर हटने की मांग: दकानदार कई बार नपा से अस्पताल के गेट से कचरा हटाने की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि अस्पताल को साफ और स्वच्छ होना चाहिए। कचरा घर अस्पताल और मार्केट से दूर करना चाहिए।
1. मार्केट का कचरा डलता है। करीब 15 दिन में कचरा घर पूरी तरह से हट जाएगा। वहां बिजली घर बनाया जा रहा है।
डॉ. सुधीर डेहरिया, सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय होशंगाबाद
2. अस्पताल के गेट से कचरा घर शिफ्ट किया जा रहा है। वहां ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है।
– अखिलेश खंडेलवाल, अध्यक्ष नपा होशंगाबाद
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