अमृता का तीसरा करवाचौथ का व्रत गांव में पूरी तरह ग्रामीण परिवेश में ग्रामीण महिलाओं के साथ मनाया। यह महिलाएं उनके साथ मनाए गए इस पर्व को यादगार पल के रूप में संजो कर रख रही हैं। एक महिला ने कहा कि वे इस दिन ली गई तस्वीर को बढ़ा कर घर में लगाएंगी। रविवार को भटगांव में अमृता के करवाचौथ पूजन के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। पारंपरिक तरीके अमृता ने करवा चौथी पूजन कर पति के लंबी उम्र के लिए कामना की।
जिले में यात्रा के अंतिम पड़ाव के दिन रेवाबनखेेड़ी पहुंची जहां भोजन के समय उनकी पहली पत्नी आशाकुमारी का जिक्र हुआ तो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की आंखों से आंसू छलके। उन्होंने आशारानी को साक्षात देवी बताते हुए कहा कि उन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया, मेरी मां की तरह हरतालिका का व्रत भी किया। 1969 में शादी के बाद से 2013 तक हर कदम पर मेरा साथ दिया। इसके बाद नई रानी अमृता की भी तारीफ करते हुए उन्हें साहसी महिला बताया।