scriptसवा अरब की योजना फाइल में दफन | Narmada River Latest News in Hindi Narmada River | Patrika News

सवा अरब की योजना फाइल में दफन

locationहोशंगाबादPublished: Jan 04, 2018 11:58:28 am

Submitted by:

sandeep nayak

परिक्रमा पथ के लिए ढाई करोड़ की उपयोजना बनी, 96 लाख खर्च कर वो भी ठप्प

Narmada River Latest News in Hindi Narmada River

Narmada River Latest News in Hindi Narmada River

होशंगाबाद. नर्मदांचल की जीवनदायनी नर्मदा नदी ही छल का शिकार हो रही है। उसके लिए योजनाएं तो अरबों-करोड़ों की बनी, लेकिन धरातल पर एक भी पूरी नहीं हो पाई। जिला पंचायत ने सात साल पहले सवा अरब की एक योजना बनाकर भेजी थी, जो फाइलों में ही दफन हो गई। फिर ढाई करोड़ से अधिक की नर्मदा परिक्रमा पथ एक्जाई उपयोजना बनाई। उसमें 72 काम करना तय हुए लेकिन 96 लाख रुपए खर्च कर चालीस काम करने के बाद ही योजना ठंडे बस्ते में चली गई। अब 135 करोड़ की सीवेज ट्रीटमेंट प्लान की योजना बनी है, जो अब तक जमीन पर ही नहीं उतर पाई।
जिला पंचायत ने वर्ष 2010 में बनखेड़ी के उमरधा से लेकर सिवनीमालवा के उमरिया तक का 108 किमी का नर्मदा पथ बनाने से लेकर अन्य कार्यों के लिए योजना बनाई थी। 1 अरब 23 करोड़ रुपए की लागत की इस योजना का नाम नर्मदा समग्र हरियारी चुनरी प्रोजेक्ट रखा था। इसमें शहरी क्षेत्र छोड़कर 108 किमी ग्रामीण क्षेत्र के नर्मदा के किनारे परिक्रमा पथ बनना था। साथ ही गांवों में मानव व पशुओं का सीवेज एवं कृषि अवशेष का निपटान का काम, जल संरक्षण एवं रीचार्जिंग, पौधरोपण, जलग्रहण विकास कार्य आदि किए जाने थे। इसमें करीब 47 पंचायतों के तटगांव क्षेत्र शामिल किए गए थे। पशुपालन को भी बढ़ावा देकर इन तटगांवों को मिल्क रूट से भी जोडऩा था। पथ के दोनों किनारों पर फलदार पौधे, जैविक खेती को बढ़ावे देने से लेकर बाढ़ से होने वाले तटों के कटाव को भी रोकना था। जिले से यह प्रस्ताव बनाकर नर्मदाघाटी विकास प्राधिकरण भोपाल भेजा था, लेकिन योजना कागजों में ही कैद होकर रह गई।
..और यह धरातल पर ही नहीं उतरी
होशंगाबाद में नर्मदा नदी में मिलने वाले सीवेज को रोकने के लिए 135 करोड़ की सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना बनी है। इसमें आदमगढ़ पर प्लांट लगना है। इस योजना पर भी सालों से अटकी हुई है। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 23 जनवरी से लेकर 30 जनवरी के बीच में प्रदेश भर की सभी ट्रीटमेंट प्लांट योजनाओं के भूमि पूजन करने के निर्देश दिए हैं। उम्मीद है, इस अवधि में इसका भी भूमि पूजन हो जाएगा।
यह योजना भी नहीं हुई पूरी
स वा अरब की योजना मंजूर नहीं होने पर जिला पंचायत ने वर्ष 2013-14 में नर्मदा परिक्रमा पथ एक्जाई उपयोजना बनाई। इसे मनरेगा योजना से पूरा करना था। जिसमें जिले की सातों जनपदों की पथ में शामिल 34 ग्राम पंचायतों में 96.2 किमी लंबाई के 72 कार्य स्वीकृत किए गए। इसमें 261.56 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था। इसमें से 96 लाख 18 हजार रुपए खर्च कर करीब 40 काम ही पूर्ण हो सके। इसके बाद योजना ठप्प हो गई। जो राशि खर्च हुई है उसमें करीब 65 लाख रुपए मजदूरों को मजदूरी के दिए गए। 35 लाख की सामग्री खरीदी गई थी। वर्तमान में ये सभी पथ फिर से जर्जर होकर खाई-नाले एवं कटाव में तब्दील हो चुके हैं।
दिग्विजय ने इच्छा जताई तो सरकार बोली- हम बनाएंगे
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह छह महीने की नर्मदा परिक्रमा पर है। उन्होंने परिक्रमा के शुरूआत करने के बाद होशंगाबाद जिले में यात्रा के दौरान नर्मदा परिक्रमा बनाने की अपनी इच्छा जाहिर की थी। इसके चंद दिनों बाद ही भाजपा सरकार ने फिर ऐलान किया कि वह नर्मदा परिक्रमा पथ बनाएगी।
योजना के प्रोजेक्ट की फिर समीक्षा की जाएगी
नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान नर्मदा पथ के जो रास्ते खराब थे, उनकी मरम्मत कराई गई है। नर्मदा समग्र योजना के प्रोजेक्ट की फिर से समीक्षा की जाएगी। शासन अगर निर्देश देगा तो पुन: नए सिरे से जिला प्रशासन के माध्यम से पथ को व्यवस्थित करने के कार्य शुरू कराए जाएंगे।
पीसी शर्मा, सीईओ, जिला पंचायत

ट्रेंडिंग वीडियो