ट्यूबवेल से जोड़कर हो रही जैसे-तैसे सप्लाई
हाऊसिंग बोर्ड में ही एक टंकी योजना की है, लेकिन एक टंकी नपा के साथ मिलकर सप्लाई करनी पड़ रही। मालाखेड़ी में हर्णे कॉलोनी, सदरबाजार की मुख्य टंकी, दशहरा मैदान, भीलपुरा, खोजनपुर टे्रंचिंग ग्राउंड, फेफरताल टंकी से नपा के ट्यूबवेल मिक्स है। मालाखेड़ी, कलेक्टर बंगले के आसपास भी यही स्थिति है।
रोजाना आधा दर्जन शिकायतें आ रही
शहर के विभिन्न इलाकों से नपा के पास रोजाना आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पानी नहीं पहुंचने, नहीं मिलने की आ रही है। ज्यादातर शिकायतें अमृत योजना के नर्मदाजल को लेकर बनी हुई है।
हाऊसिंग बोर्ड में ही एक टंकी योजना की है, लेकिन एक टंकी नपा के साथ मिलकर सप्लाई करनी पड़ रही। मालाखेड़ी में हर्णे कॉलोनी, सदरबाजार की मुख्य टंकी, दशहरा मैदान, भीलपुरा, खोजनपुर टे्रंचिंग ग्राउंड, फेफरताल टंकी से नपा के ट्यूबवेल मिक्स है। मालाखेड़ी, कलेक्टर बंगले के आसपास भी यही स्थिति है।
रोजाना आधा दर्जन शिकायतें आ रही
शहर के विभिन्न इलाकों से नपा के पास रोजाना आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पानी नहीं पहुंचने, नहीं मिलने की आ रही है। ज्यादातर शिकायतें अमृत योजना के नर्मदाजल को लेकर बनी हुई है।
हाऊसिंग बोर्ड क्षेत्र में पानी को तरसे लोग
शहर के उप नगर हाऊसिंग बोर्ड और इससे जुड़ी आधा दर्जन कॉोलोनियों में पिछले एक सप्ताह से रहवासी नर्मदा जल के लिए तरस रहे हैं। नपा अपने पंप हाउस से ट्यूबवेल के जरिए पुरानी लाइन से पानी घरों में भेज रही। सुबह-शाम नर्मदा जल नहीं आ रहा है।
नपा से कंपनी को हैंडओवर नहीं हुई योजना
नगरपालिका से कंपनी को अमृत योजना का सिस्टम ही हैंडओवर नहीं हो सका है। लाइन डालने, जोडऩे, नल कनेक्शन देने के छोटे-छोटे काम भी पूरे नहीं हो पा रहे। कई जगह लाइनें उखड़ी पड़ी है। टंकिया अधूरी पड़ी है, जहां टंकियां बन गई वहां भी सप्लाई सुचारू ढंग से नहीं हो पा रही।
इनका कहना है....
अमृत योजना के तहत शहर के सभी वार्डों में नर्मदा जल सप्लाई के छोटे-छोटे काम अधूरे हैं। नपा के ट्यूबवेल-पंप हाउसों से जोड़कर पेयजल वितरित करना पड़ रहा। कंपनी को समय-समय पर नोटिस दिए गए हैं। संचालनालय को भी पत्र भेजकर काम पूरा कराने का आग्रह किया है।
-महेंद्र सिंह तोमर, पेयजल प्रकोष्ठ प्रभारी नपा नर्मदापुरम।
अमृत योजना में रोजाना सुबह-शाम 11 एमएलडी नर्मदा जल की सप्लाई जारी है। कुछ तकनीकी समस्याएं आई थी जिसे ठीक करा लिया गया है। इंटकवेल की एक मोटर खराब है, जिसे सुधवाने भेजा है। लाइन भी बदली जा रही है।
-भूपेश ढोके, इंजीनियर, अमृत योजना ठेकेदार आईएचपी कंपनी
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शहर के उप नगर हाऊसिंग बोर्ड और इससे जुड़ी आधा दर्जन कॉोलोनियों में पिछले एक सप्ताह से रहवासी नर्मदा जल के लिए तरस रहे हैं। नपा अपने पंप हाउस से ट्यूबवेल के जरिए पुरानी लाइन से पानी घरों में भेज रही। सुबह-शाम नर्मदा जल नहीं आ रहा है।
नपा से कंपनी को हैंडओवर नहीं हुई योजना
नगरपालिका से कंपनी को अमृत योजना का सिस्टम ही हैंडओवर नहीं हो सका है। लाइन डालने, जोडऩे, नल कनेक्शन देने के छोटे-छोटे काम भी पूरे नहीं हो पा रहे। कई जगह लाइनें उखड़ी पड़ी है। टंकिया अधूरी पड़ी है, जहां टंकियां बन गई वहां भी सप्लाई सुचारू ढंग से नहीं हो पा रही।
इनका कहना है....
अमृत योजना के तहत शहर के सभी वार्डों में नर्मदा जल सप्लाई के छोटे-छोटे काम अधूरे हैं। नपा के ट्यूबवेल-पंप हाउसों से जोड़कर पेयजल वितरित करना पड़ रहा। कंपनी को समय-समय पर नोटिस दिए गए हैं। संचालनालय को भी पत्र भेजकर काम पूरा कराने का आग्रह किया है।
-महेंद्र सिंह तोमर, पेयजल प्रकोष्ठ प्रभारी नपा नर्मदापुरम।
अमृत योजना में रोजाना सुबह-शाम 11 एमएलडी नर्मदा जल की सप्लाई जारी है। कुछ तकनीकी समस्याएं आई थी जिसे ठीक करा लिया गया है। इंटकवेल की एक मोटर खराब है, जिसे सुधवाने भेजा है। लाइन भी बदली जा रही है।
-भूपेश ढोके, इंजीनियर, अमृत योजना ठेकेदार आईएचपी कंपनी
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