पीएम कराकर बिसरा भोपाल भेजा है। रिपोर्ट आने पर कारण पता चलेंगे। आरोपों की जांच कराएंगे। लापरवाही मिली तो कार्रवाई भी होगी। -डा. रविंद्र गंगराड़े, सीएस जिला अस्पताल ————
हर साल तीन सौ से ज्यादा बच्चों की मौत
मां और बच्चे की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग कई योजनाएं चला रहा है, लेकिन हालात अब भी बहुत बेहतर नहीं हैं। जिले में हर साल ३०० से ज्यादा नवजात बच्चे दम तोड़ रहे हैं। जिसका खुलासा मप्र नेशनल हेल्थ मिशन की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक अकेले होशंगाबाद जिले में ही पिछले पांच वर्षों में १ हजार ८१० नवजातों की मौत हो चुकी है।
हर साल तीन सौ से ज्यादा बच्चों की मौत
मां और बच्चे की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग कई योजनाएं चला रहा है, लेकिन हालात अब भी बहुत बेहतर नहीं हैं। जिले में हर साल ३०० से ज्यादा नवजात बच्चे दम तोड़ रहे हैं। जिसका खुलासा मप्र नेशनल हेल्थ मिशन की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक अकेले होशंगाबाद जिले में ही पिछले पांच वर्षों में १ हजार ८१० नवजातों की मौत हो चुकी है।