scriptनर्सिंग स्टाफ का तैयार करना होगा डाटाबेस | Nursing staff must prepare database | Patrika News

नर्सिंग स्टाफ का तैयार करना होगा डाटाबेस

locationहोशंगाबादPublished: Nov 13, 2018 02:47:37 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

एचआरएमआईएस सॉफ्टवेयर पर २२ नवंबर तक दर्ज करना होगी जानकारी

nursing staff

database

इटारसीे. स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा नर्सिंग स्टाफ का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इसके लिए शासन ने नया एचआरएमआईएस सॉफ्टवेयर बनाया है। इस सॉफ्टवेयर पर ही नर्सों की सभी जानकारी दर्ज करना है। यह डाटाबेस नए सॉफ्टवेयर में 22 नवंबर तक संचालनालय को भेजना होगा। साथ संचालनालय ने इस बात का उल्लेख किया है कि निर्धारित समय में काम पूरा नहीं होने पर सीएमएचओ के साथ सिविल सर्जन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी जारी हो चुके हैं आदेश – जानकारी उपलब्ध कराने के संबंध में पहले भी आदेश जारी हो चुके हैं। हालांकि अधिकारियों को इस बार सख्त हिदायद दी गई है। अभी तक संभाग से सिर्फ हरदा जिले से ही जानकारी भेजी गई है जबकि होशंगाबाद व बैतूल से जानकारी नहीं भेजी गई है।
ये जानकारी करना होगी दर्ज
– सॉफ्टवेयर में 1 अप्रैल 2018 की स्थिति में जारी अनंतिम वरिष्ठ सूची सुधार
– नर्सिंग संवर्ग के अधिकारी व कर्मचारियों से प्राप्त विभागीय प्रशिक्षण की मेरिट सूची की जानकारी
– परीवीक्षा अवधि की जानकारी व न्यायालयीन प्रकरणों की जानकारी
– सेवा पुस्तिका के पहले पेज की फोटो कॉपी
– गैर हाजिरी की जानकारी
– संस्थावार नर्सिंग संवर्ग के कार्यरत व रिक्त पदों की जानकारी
– एएनएम, एलएचवी से जीएनएम उत्तीर्ण होने के बाद स्टाफ नर्स के पद पर पदोन्नत स्टाफ नर्स की जानकारी
– नियमित स्टाफ नर्स जिला अस्पताल के किस इकाई में पदस्थापना की जानकारी
इनका कहना है
सभी अधिकारियों को नए सॉफ्टवेयर पर जानकारी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। सभी को २२ नवंबर तक काम पूरा करने को कहा गया है।
डॉ. जेएस अवासिया, सीएमएचओ

 

दो मंजिला ओपीडी बनने तक राठी हास्पिटल से मिलेगी सरकारी दवा
सरकारी अस्पताल में दो मंजिला ओपीडी बनाई जाएगी। जिस पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च होंगे। नई ओपीडी बनाने के लिए अगले दो सप्ताह में सरकारी अस्पताल की ओपीडी का संचालन राठी हास्पिटल से किया जाएगा। मरीजों को यहीं से सरकारी दवाएं मिलेंगी। उल्लेखनीय है कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय चिकित्सालय के दो मंजिला ओपीडी के लिए 3 करोड़ 89 लाख रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। यहां मरीजों के लिए मिनी ओटी भी बनाई जाएगी। हेल्थ विभाग भोपाल के इंजीनियर आरके जैन के मुताबिक टेंडर फाइनल हो चुका है। प्रोजेक्ट के मुताबिक भवन के ऊपरी तल पर सर्व सुविधायुक्त वार्ड बनाए जाएंगे। यहां डॉक्टर्स चेंबर के अलावा इमरजेंसी वार्ड, ओटी कक्ष, वेटिंग हॉल, पंजीयन एवं दवा कक्ष सहित ओपीडी के 13 कक्ष बनाए जाएंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो