18 मीटर की सड़क को करना था 22 मीटर चौड़ी, संकरी होकर रह गई साढ़े छह
मास्टर प्लान के कागजों में बढ़ गई चौड़ाई, हकीकत में हालत खराब
18 मीटर की सड़क को करना था 22 मीटर चौड़ी, संकरी होकर रह गई साढ़े छह
होशंगाबाद. प्रशासन की अनदेखी के चलते शहर की सड़कें गलियों में तब्दील हो गईं। लेकिन यह कागजों में लगातार चौंड़ी होती जा रही हैं। मास्टर प्लान में जिन सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई थी हकीकत में वे चौंड़ी होने की जगह संकरी होती जा रही हैं। हालात यह है कि 18 मीटर की सड़क को 22 मीटर चौंड़ी करना था लेकिन वह संकरी होकर महज साढ़े छह मीटर रह गई। यह एक सड़क के हाल नहीं हैं बल्कि शहर की अधिकांश सड़कों की यह स्थिति है। शहर को व्यवस्थित और तंग सड़कों से मुक्त करने के लिए मास्टर प्लान में सड़कों की चौड़ाई बनाने का प्लान बनाया था। इसके शहर की प्रमुख 37 सड़कों की चौंड़ाई बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा था, लेकिन यह सब कागजी साबित हुआ।
दो साल में भी नहीं हुई कार्रवाई
नगर तथा ग्राम निवेश विभाग भोपाल ने होशंगाबाद शहर के लिए नया मास्टर प्लान लागू किया है। यह प्लान वर्ष 2031 के हिसाब से करीब 1 लाख 50 हजार जनसंख्या मानते हुए लागू किया है। इसमें शहर की करीब 37 सड़कों को शामिल किया है जिनकी चौड़ाई बढ़ाई जाने की जरुरत प्लान में बताई गई है। वर्ष 2016 में यह प्लान फाइनल हुआ था उसके बाद वर्ष 2017 में इसका फाइनल नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इससे पहले वर्ष 2011 तक का जो मास्टर प्लान तैयार हुआ था उसमें भी मुख्य सड़कों की चौड़ाई बढ़ाना प्रस्तावित था मगर कुछ नहीं हुआ। इन सड़कों पर दिन भर हजारों वाहनों की आवाजाही होती है। लेकिन दुकानदारों की मनमानी के चलते सड़कों की चौड़ाई सिमट गई है। हालातों को बेतरतीब पार्किंग और बिगाड़ देती है। सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने का प्लान बस मास्टर प्लान 2031 की बुकलेट में ही सीमित है।
यह है कागजी सड़क और हकीकत
इंदिरा चौक से सतरास्ता तक
वर्तमान चौड़ाई वास्तवित चौड़ाई प्रस्तावित चौड़ाई
18 मीटर 10 मीटर 22 मीटर
सतरास्ता से सराफा चौक तक
वर्तमान चौड़ाई वास्तविक चौड़ाई प्रस्तावित चौड़ाई
09 मीटर 6 मीटर- 12 मीटर
हलवाई चौक से इंदिरा चौक तक
वर्तमान चौड़ाई वास्तविक चौड़ाई प्रस्तावित चौड़ाई
18 मीटर 6.5 मीटर 22 मीटर
जयस्तंभ चौक से सतरस्ते तक
वर्तमान चौड़ाई वास्तविक चौड़ाई प्रस्तावित चौड़ाई
09 मीटर 6 मीटर 12 मीटर
यह बात सही है कि सड़कों की चौड़ाई बढऩा आवश्यक है ताकि आवागमन सहज हो। निर्वाचन कार्यक्रम के बाद इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
शीलेंद्र ङ्क्षसह, कलेक्टर होशंगाबाद
एेसी बात नहीं है कि नपा मास्टर प्लान के हिसाब से कुछ नहीं करती है। जब जहां जैसी आवश्यकता होती है उसके हिसाब से सड़कों से अतिक्रमण हटाने का काम किया जाता है।
प्रभात कुमार सिंह, सीएमओ होशंगाबाद