बुधवार को दिनभर कॉलर आईडी की लोकेशन से एसटीआर अधिकारियों ने बाघिन को टे्रस किया। वह सियारखेड़ा ग्राम से होकर सियारखेड़ा ग्राम के पास लाल माटी क्षेत्र से तालाब की ओर पहुंची। सेहरा के जंगल में उसने मवेशी का शिकार किया है। मामले में एसटीआर रेंजर मुकेश डुडवे ने अधिक जानकारी तो नहीं दी, लेकिन इस बात की पुष्टि की है कि बाघिन सेहरा व सियारखेड़ा गांवों के बीच में है। उसने शिकार भी किया है।
बांधवगढ़ से 27 जनवरी को एक बाघ-बाघिन को एसटीआर क्षेत्र में लाया गया था। पिछले दिनों बाघ के मटकुली में महिला का शिकार करने के बाद दूसरी जगह भेज दिया था। अब बाघिन की दस्तक के बाद ग्रामीणों में चिंता है। एसटीआर अधिकारियों ने भी ग्रामीणों से अपील की है कि वह जंगल की ओर न जाएं।
मंगलवार रात करीब 11 बजे एसटीआर अमले का सेहरा-जमानीदेव रोड पर उत्तरी दिशा में बने तालाब के कुछ आगे बाघिन से सामना भी हुआ। हलांकि वह विचलित हुए बिना रास्ते से हटकर घने जंगल में चली गई।