कैंटीन से मंडी समिति को पिछले किराए से काफी अधिक किराया मिलेगा। पहले महज 56 हजार रुपए प्रतिमाह का किराया मंडी को मिल रहा था। नीलामी के बाद अब मंडी को 80 हजार रुपए प्रतिमाह का किराया मिलेगा। मंडी में अनेक जिलों से हजारों किसान रोजाना माल बेचने आते है। मंडी परिसर के अलावा थोक सब्जी मंडी में भी ठेकेदार की कैंटीन ही चलेगी।
एक साल और बढ़ेगा अनुबंध
कैंटीन का ठेका अनुबंध अवधि मंडी बोर्ड ने ३ साल निर्धारित की है। कैंटीन संचालन में शिकायतें नहीं मिलने बेहतर काम करने पर ठेकेदार और मंडी समिति के बीच एक वर्ष का अतिरिक्त अनुबंध बढ़ेगा। उसके बाद मंडी बोर्ड फिर से कैंटीन की नीलामी बोली आयोजित करेगा।
&मंडी कैंटीन ९ लाख ६१ हजार में नीलाम हुई है। ७ प्रतिभागी थे इसमें सर्वाधिक बोली वाले को कैंटीन अनुबंध दिया जाएगा। मासिक किराया करीब ८ हजार रुपए प्रतिमाह जमा करना होगा। नियम शर्तें लागू रहेंगी, उल्लंघन होने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
– नरेश परमार, मंडी सचिव