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इस बार पिपरिया कृषि उपज मंडी को कैंटीन से होगी ज्यादा आय

locationहोशंगाबादPublished: Jan 27, 2020 12:55:36 pm

Submitted by:

sandeep nayak

नौ लाख 61 हजार रुपए वार्षिक किराए पर नीलाम हुई कृषि मंडी की कैंटीन

इस बार पिपरिया कृषि उपज मंडी को कैंटीन से होगी ज्यादा आय

इस बार पिपरिया कृषि उपज मंडी को कैंटीन से होगी ज्यादा आय

पिपरिया/प्रदेश की ए क्लास कृषि मंडी कैंटीन की नीलामी प्रक्रिया शुक्रवार को मंडी सभागार में आयोजित की गई। भार साधक अधिकारी, कृषि मंडी सहायक संचालक नर्मदापुरम, जिला उपयंत्री की उपस्थिति में टेंडर लिफाफे खोले गए। सील बंद लिफाफों में दो निविदाएं नौ लाख से ऊपर की निकली जिससे प्रतिस्पर्धा एकतरफा रही।
कृषि मंडी कैंटीन पिछले एक साल से ठेके के बगैर संचालित हो रही थी। मंडी बोर्ड के आदेश पर कैंटीन नीलामी के आदेश मिलने पर मंडी समिति ने टेंडर कॉल किए थे। सात लोगों ने कैंटीन लेने अपने-अपने रेट भरकर निविदाएं जमा की थी। भार साधक अधिकारी एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, सहायक संचालक और जिला उपयंत्री मंडी बोर्ड प्रतिनिधि की मौजूदगी में लिफाफे खोले गए। सर्वाधिक बोली का लिफाजा उमेश माहेश्वरी के नाम खुला जिन्होंने 9 लाख 61 हजार 125 रुपए सालाना किराया भरा था। दूसरे क्रम पर कपिल शर्मा की निविदा रही जिन्होंने 9 लाख 7 हजार की राशि भरी थी। रूप नारायण सोनी की बोली 7 लाख 6 हजार 800, लखनलाल आम्रवंशी की 7 लाख 5 हजार 500, विजय आहूजा 7 लाख 51 हजार 832 अनंतमणि ढिमोले 7 लाख 8 हजार नीलामी बोली भरी गई थी। प्रक्रिया में उमेश माहेश्वरी को कैंटीन का ठेका दिया वहीं दो दिन में दस्तावेजी तैयार पूर्ण करने निर्देशित किया गया। उल्लेखनीय है कि ए क्लास का दर्जा प्राप्त पिपरिया कृषि मंडी में होशंगाबाद, बरेली, नरसिंहपुर, विदिशा, छिंदबाड़ा सहित अनेक जिलों से किसान माल बेचने पहुंचते है। मंडी में चाय नाश्ते के अलावा भोजन भी कैंटीन से सप्लाई होगा।

पिछली नीलामी से अधिक मिलेगा राजस्व
कैंटीन से मंडी समिति को पिछले किराए से काफी अधिक किराया मिलेगा। पहले महज 56 हजार रुपए प्रतिमाह का किराया मंडी को मिल रहा था। नीलामी के बाद अब मंडी को 80 हजार रुपए प्रतिमाह का किराया मिलेगा। मंडी में अनेक जिलों से हजारों किसान रोजाना माल बेचने आते है। मंडी परिसर के अलावा थोक सब्जी मंडी में भी ठेकेदार की कैंटीन ही चलेगी।
एक साल और बढ़ेगा अनुबंध
कैंटीन का ठेका अनुबंध अवधि मंडी बोर्ड ने ३ साल निर्धारित की है। कैंटीन संचालन में शिकायतें नहीं मिलने बेहतर काम करने पर ठेकेदार और मंडी समिति के बीच एक वर्ष का अतिरिक्त अनुबंध बढ़ेगा। उसके बाद मंडी बोर्ड फिर से कैंटीन की नीलामी बोली आयोजित करेगा।
&मंडी कैंटीन ९ लाख ६१ हजार में नीलाम हुई है। ७ प्रतिभागी थे इसमें सर्वाधिक बोली वाले को कैंटीन अनुबंध दिया जाएगा। मासिक किराया करीब ८ हजार रुपए प्रतिमाह जमा करना होगा। नियम शर्तें लागू रहेंगी, उल्लंघन होने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
– नरेश परमार, मंडी सचिव
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