जश्न जैसा हुआ माहौल
जब गांव में पता चला कि एक अकेले के खाते में नहीं बल्कि ढाई हजार लोगों के खातों में २५ करोड़ रुपए आए हैं तो लोगों को यकीन हो गया कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते हैं। सब अपनी-अपनी पासबुक लेकर बैंक जा पहुंचे। पासबुक में इंट्री कराई तो दस-दस लाख रुपए खाते में जमा होना आया। वहीं खुशी से झूम उठे, बैंक वालों को बताया तो पल भर में खुशी कफूर हो गई।
जब गांव में पता चला कि एक अकेले के खाते में नहीं बल्कि ढाई हजार लोगों के खातों में २५ करोड़ रुपए आए हैं तो लोगों को यकीन हो गया कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते हैं। सब अपनी-अपनी पासबुक लेकर बैंक जा पहुंचे। पासबुक में इंट्री कराई तो दस-दस लाख रुपए खाते में जमा होना आया। वहीं खुशी से झूम उठे, बैंक वालों को बताया तो पल भर में खुशी कफूर हो गई।
बैंक ने किए थे २५ करोड़ जमा
बैंक ने एक पल में ही 25 करोड़ रुपए बांटकर 2500 लोगों को लखपति बना दिया था। लेकिन यह महज एक चूक थी, यह पता लगते ही बैंक ने उनके खातों से पैसा निकाली पर रोक लगा दी है। मकान बनाने खातों में डाले पैसे दरअसल बैंक ने गरीबों के पक्के मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि उनके खातों में डाली थी। लेकिन नगर पालिका और बैंक की जल्दबाजी वाली कार्यशैली से गत 1 मई को हितग्राहियों के खाते में भेजी गई राशि एक लाख की जगह दस-दस लाख चली गई। गलती का अहसास हुआ तो निकासी रोक दी गई। अब हितग्राही रोजाना बैंकों के चक्कर लगाकर राशि कब मिलेगी, इसको लेकर परेशान हो रहे हैं। ढाईलाख मिलने के चक्कर में कईलोगों ने कच्चे घरों को खोलकर तैयारियां कर ली हैं। इधर, बैंक प्रबंधक का कहना है कि हजारों हितग्राहियों के खाते में राशि भेजी जा चुकी है।
बैंक ने एक पल में ही 25 करोड़ रुपए बांटकर 2500 लोगों को लखपति बना दिया था। लेकिन यह महज एक चूक थी, यह पता लगते ही बैंक ने उनके खातों से पैसा निकाली पर रोक लगा दी है। मकान बनाने खातों में डाले पैसे दरअसल बैंक ने गरीबों के पक्के मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि उनके खातों में डाली थी। लेकिन नगर पालिका और बैंक की जल्दबाजी वाली कार्यशैली से गत 1 मई को हितग्राहियों के खाते में भेजी गई राशि एक लाख की जगह दस-दस लाख चली गई। गलती का अहसास हुआ तो निकासी रोक दी गई। अब हितग्राही रोजाना बैंकों के चक्कर लगाकर राशि कब मिलेगी, इसको लेकर परेशान हो रहे हैं। ढाईलाख मिलने के चक्कर में कईलोगों ने कच्चे घरों को खोलकर तैयारियां कर ली हैं। इधर, बैंक प्रबंधक का कहना है कि हजारों हितग्राहियों के खाते में राशि भेजी जा चुकी है।
पासबुक में एंट्री करने पर दिखे 10 लाख
प्रधानमंत्री आवास योजनातंर्गत खाली प्लॉटों एवं कच्चे मकानों को पक्का करने के लिए नगर पालिका द्वारा शहर के ३५ वार्डों में सर्वेकरवाया था। इसमें ४३०६ पात्र हितग्राहियों को सूची बनाईगई थी। गत दिनों सरकार ने उक्त लोगों को मकान बनाने के लिए १०० करोड़ की राशि स्वीकृत की थी, जिसे इलाहबाद बैंक में जमा कराईगईथी। गत २८ अपै्रल को नपा ने नेहरु स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित कर हितग्राहियों को प्रमाण पत्र बांटे गए थे। प्रथम किश्त के रूप में हितग्राहियों के खाते में बैंक द्वारा ४३ करोड़ ६ लाख रुपए की राशि पहुंचाई जाना थी। नपा द्वारा इलाहाबाद बैंक को लोगों के खाते में राशि डालने के लिए सूची बनाकर दी गईथी। जिस पर गत 1 मईको बैंक ने शहर के वार्ड १ जयप्रकाशनारायण वार्ड से राशि भेजना शुरू की थी। उक्त वार्डके टंकी मोहल्ले में अनेक लोगों के मोबाइल फोन पर राशि आने का मैसेज मिला। बैंक अधिकारी ने 1 लाख की जगह हितग्राहियों के खाते में 10 लाख रुपए डाल दिए थे। अगले दिन जब हितग्राही बैंक पहुंचे और पासबुक में एंट्री कराईतो अधिकारी भी सकते में आ गए। उन्होंने तुरंत राशि भेजने वाले खातों की जांच की तो सभी में 10 लाख रुपए खाते में जमा होने मिले। बैंक ने आनन-फानन में हितग्राहियों के खाते होल्ड कर दिए। इसके चलते कोईभी हितग्राही पैसे नहीं निकाल पाया।
प्रधानमंत्री आवास योजनातंर्गत खाली प्लॉटों एवं कच्चे मकानों को पक्का करने के लिए नगर पालिका द्वारा शहर के ३५ वार्डों में सर्वेकरवाया था। इसमें ४३०६ पात्र हितग्राहियों को सूची बनाईगई थी। गत दिनों सरकार ने उक्त लोगों को मकान बनाने के लिए १०० करोड़ की राशि स्वीकृत की थी, जिसे इलाहबाद बैंक में जमा कराईगईथी। गत २८ अपै्रल को नपा ने नेहरु स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित कर हितग्राहियों को प्रमाण पत्र बांटे गए थे। प्रथम किश्त के रूप में हितग्राहियों के खाते में बैंक द्वारा ४३ करोड़ ६ लाख रुपए की राशि पहुंचाई जाना थी। नपा द्वारा इलाहाबाद बैंक को लोगों के खाते में राशि डालने के लिए सूची बनाकर दी गईथी। जिस पर गत 1 मईको बैंक ने शहर के वार्ड १ जयप्रकाशनारायण वार्ड से राशि भेजना शुरू की थी। उक्त वार्डके टंकी मोहल्ले में अनेक लोगों के मोबाइल फोन पर राशि आने का मैसेज मिला। बैंक अधिकारी ने 1 लाख की जगह हितग्राहियों के खाते में 10 लाख रुपए डाल दिए थे। अगले दिन जब हितग्राही बैंक पहुंचे और पासबुक में एंट्री कराईतो अधिकारी भी सकते में आ गए। उन्होंने तुरंत राशि भेजने वाले खातों की जांच की तो सभी में 10 लाख रुपए खाते में जमा होने मिले। बैंक ने आनन-फानन में हितग्राहियों के खाते होल्ड कर दिए। इसके चलते कोईभी हितग्राही पैसे नहीं निकाल पाया।
मकान खोलकर बैठा हितग्राही
टंकी मोहल्ला निवासी राजेश ने बताया कि उसके मोबाइल पर मकान बनाने के लिए राशि आने का मैसेज आया था। इसलिए उसने कच्चे मकान को खोलकर पक्का बनाने के लिए तैयारी कर ली थी। पैसे निकालने के लिए इलाहाबाद बैंक पहुंचा तो एंट्री करने पर पता चला कि उसके खाते में 1 लाख की जगह पर 10 लाख आ गए थे। राजेश ने कहा कि बैंक अधिकारियों ने कुछ दिनों बाद पैसा मिलने का कहकर लौटा दिया था, किंतु अभी तक पैसा खाते में नहीं आया है। मकान कब बनेगा इसको लेकर वह चिंतित है।
टंकी मोहल्ला निवासी राजेश ने बताया कि उसके मोबाइल पर मकान बनाने के लिए राशि आने का मैसेज आया था। इसलिए उसने कच्चे मकान को खोलकर पक्का बनाने के लिए तैयारी कर ली थी। पैसे निकालने के लिए इलाहाबाद बैंक पहुंचा तो एंट्री करने पर पता चला कि उसके खाते में 1 लाख की जगह पर 10 लाख आ गए थे। राजेश ने कहा कि बैंक अधिकारियों ने कुछ दिनों बाद पैसा मिलने का कहकर लौटा दिया था, किंतु अभी तक पैसा खाते में नहीं आया है। मकान कब बनेगा इसको लेकर वह चिंतित है।
खातों में पहुंचे २५ करोड़
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को तीन किश्तों में राशि दी जाएगी। प्रथम किश्त १ लाख रुपए, द्वितीय 1 लाख तथा तीसरी 50 हजार रुपए देना तय किया गया है। इसके लिए हितग्राहियों को मकान निर्माण के पूर्वऔर जितना काम होगा उसके फोटोग्राफ नपा को उपलब्ध कराने होंगे। इसके बाद ही अगली किश्त मिलेगी। इलाहाबाद बैंक के मैनेजर भूपेंद्र कुमार दांवडे ने बताया कि वार्ड २ में ९६, वार्ड ३ में ६५ सहित लगभग २५०० हितग्राहियों के खातों में पहली किश्त एक लाख के रूप में २५ करोड़ पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि मईमाह में सभी हितग्राहियों को राशि मिल जाएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को तीन किश्तों में राशि दी जाएगी। प्रथम किश्त १ लाख रुपए, द्वितीय 1 लाख तथा तीसरी 50 हजार रुपए देना तय किया गया है। इसके लिए हितग्राहियों को मकान निर्माण के पूर्वऔर जितना काम होगा उसके फोटोग्राफ नपा को उपलब्ध कराने होंगे। इसके बाद ही अगली किश्त मिलेगी। इलाहाबाद बैंक के मैनेजर भूपेंद्र कुमार दांवडे ने बताया कि वार्ड २ में ९६, वार्ड ३ में ६५ सहित लगभग २५०० हितग्राहियों के खातों में पहली किश्त एक लाख के रूप में २५ करोड़ पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि मईमाह में सभी हितग्राहियों को राशि मिल जाएगी।
ढाईलाख नहीं लौटाएंगे हितग्राही
सरकार द्वारा सबसिडी के रूप में दी जा रही ढाईलाख की राशि प्रदेश ही नहीं पूरे देश में दी जा रही है। बैंक मैनेजर दांवडे ने कहा कि सरकार द्वारा बनाईगई उक्त योजना के तहत हितग्राहियों को जो राशि दी जा रही है उसे वापस नहीं लिया जाएगा। यदि ढाई लाख रुपए में हितग्राही का मकान नहीं बनता है तो वह नगर पालिका के माध्यम से बैंक से लोन भी ले सकेगा।
सरकार द्वारा सबसिडी के रूप में दी जा रही ढाईलाख की राशि प्रदेश ही नहीं पूरे देश में दी जा रही है। बैंक मैनेजर दांवडे ने कहा कि सरकार द्वारा बनाईगई उक्त योजना के तहत हितग्राहियों को जो राशि दी जा रही है उसे वापस नहीं लिया जाएगा। यदि ढाई लाख रुपए में हितग्राही का मकान नहीं बनता है तो वह नगर पालिका के माध्यम से बैंक से लोन भी ले सकेगा।
इनका कहना है
नपा द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ४३०६ हितग्राहियों की सूची भेजी गईथी। पहली किश्त के रूप में उन्हें 1 लाख रुपए खाते में दिए जाने थे, लेकिन त्रूटिवश कुछ खातों में 10 लाख रुपए चले गए थे। इसलिए खातों को होल्ड कर पैसा रिवर्सकर लिया गया। अभी तक २५०० लोगों के खातों में २५ करोड़ रुपए पहुंचा दिए गए हैं। मईमाह में सभी को राशि मिल जाएगी।
भूपेंद्र कुमार दांवडे, मैनेजर इलाहाबाद बैंक, हरदा
नपा द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ४३०६ हितग्राहियों की सूची भेजी गईथी। पहली किश्त के रूप में उन्हें 1 लाख रुपए खाते में दिए जाने थे, लेकिन त्रूटिवश कुछ खातों में 10 लाख रुपए चले गए थे। इसलिए खातों को होल्ड कर पैसा रिवर्सकर लिया गया। अभी तक २५०० लोगों के खातों में २५ करोड़ रुपए पहुंचा दिए गए हैं। मईमाह में सभी को राशि मिल जाएगी।
भूपेंद्र कुमार दांवडे, मैनेजर इलाहाबाद बैंक, हरदा