यह प्रयास कर रही है नपा: नपा के मुताबिक सर्वेक्षण में अच्छे नंबर पाने के लिए कचरे से कंपोस्ट खाद बनाने का काम शीघ्र शुरू हो जाएगा। सार्वजनिक शौचालयों में पब्लिक ओपिनियन के लिए फीडबैक सिस्टम लगाया जाना है। डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित करने की प्रक्रिया को मजबूत किया जा रहा है। इसके अलावा जागरुकता के लिए कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं।
इस बार आनलाइन होगा सर्वेक्षण: इस बार सर्वेक्षण कार्य ऑनलाइन होगा। नपा को अपने दस्तावेज आनलाइन दर्ज करना होंगे। पिछले बार स्वच्छता सर्वेक्षण की टीमों ने नपा कार्यालयों में पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की थी। लेकिन इस बार कोई टीम नहीं आएगी। नपा द्वारा आनलाइन दर्ज किए गए दस्तावेजों के आधार पर स्वतंत्र संस्था की ओर से प्रमाणीकरण, ऑनलाइन वेरीफिकेशन, नागरिकों का फीडबैक और आन ग्राउंड स्कूटनी की जाएगी।
इस बार आनलाइन होगा सर्वेक्षण: इस बार सर्वेक्षण कार्य ऑनलाइन होगा। नपा को अपने दस्तावेज आनलाइन दर्ज करना होंगे। पिछले बार स्वच्छता सर्वेक्षण की टीमों ने नपा कार्यालयों में पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की थी। लेकिन इस बार कोई टीम नहीं आएगी। नपा द्वारा आनलाइन दर्ज किए गए दस्तावेजों के आधार पर स्वतंत्र संस्था की ओर से प्रमाणीकरण, ऑनलाइन वेरीफिकेशन, नागरिकों का फीडबैक और आन ग्राउंड स्कूटनी की जाएगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण में यह मिलेगा नया
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार 5 हजार अंक का होना है
सर्वे में शासकीय कालोनियों को भी शामिल किया जाएगा।
सर्वे में चार भाग होंगे, हर भाग 1250 अंकों का होगा।
आनलाइन दस्तावेजों के आधार पर स्वतंत्र संस्था नपा को बिना सूचना दिए दावों की पड़ताल करेगी।
कचरा मुक्त शहर के लिए 1 हजार और ओडीएफ को लेकर 250 अंक से रेटिंग तय होगी।
सर्वे में प्रमाणीकरण का नया भाग जोड़ा है। जिसका 20 प्रतिशत स्टॉफ रेटिंग और 5 प्रतिशत ओडीएफ, ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस-प्लस का होगा।
अभियान में जागरुकता कार्यक्रमों पर भी निर्धारित किए गए हैं अंक।
अभियान में नवाचार किए जाने पर मिल सकेंगे अच्छे अंक।
स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार देश के सभी शहर शामिल होंगे।
1. हम सेवन स्टार रेटिंग वाले शहरों में शामिल होने के लिए इस साल पूरी ताकत लगा देंगे।
अखिलेश खंडेलवाल, नपाध्यक्ष होशंगाबाद
होशंगाबाद शहर होगा ओडीएफ प्लस
नपा शहर को ओडीएफ प्लस करने की तैयारी कर रही है। एेसे घर जहां शौचालय का निर्माण हेतु पर्याप्त जगह है,वहां व्यक्तिगत शौचालय का उपयोग हो रहा है,एवं पानी की सुनिश्चिता उपलब्ध कराना है। जहां शौचालय नहीं हैं वहां से 500 मीटर की दूरी के भीतर एक सामुदायिक शौचालय की उपलब्धता, शहर में सभी सार्वजनिक क्षेत्र और बड़े क्षेत्रों में 1 किलोमीटर की दूरी के भीतर रात में उपयोग किए जाने योग सार्वजनिक शौचालय की सुनिश्चिता,सार्वजनिक शौचालयों की वॉश बेसिन की सफाई की सुनिश्चिता,सफाई और प्रबंधन हेतु रोस्टर का पालन किया जा रहा हो, केयरटेकर द्वारा मॉनिटरिंग, सभी दरवाजे पर कुंडी लगाने की व्यवस्था होनी चाहिए ।
बाहर पेशाब करने पर पांच सौ का लगेगा जुर्माना
शहरी क्षेत्र में अब बाहर शौच या पेशाब करने वालों पर नपा ने आर्थिक दंड रूप में 100 से रू.500 तक वसूलने के निर्देश दिए हैं।
नपा को यह आएगी दिक्कतें
साल भर बाद भी शहर के कचरे से खाद बनाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। वहीं डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था भी चुनाव के दौरान चरमरा गई है। वार्डों में नाले-नालियों की नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। जिसके कारण क्षेत्र में गंदगी फैल रही है। सफाईकर्मियों को किट उपलब्ध कराई गई है। लेकिन वे इसका उपयोग नहीं करते हैं। शहर में सूखे और गीले कचरे को संग्रहित करने के लिए अब तक घर चिंहित नहीं किए गए हैं। इन कमियों के चलते स्वच्छता सर्वेक्षण के नंबर पाने में दिक्कत आएगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार 5 हजार अंक का होना है
सर्वे में शासकीय कालोनियों को भी शामिल किया जाएगा।
सर्वे में चार भाग होंगे, हर भाग 1250 अंकों का होगा।
आनलाइन दस्तावेजों के आधार पर स्वतंत्र संस्था नपा को बिना सूचना दिए दावों की पड़ताल करेगी।
कचरा मुक्त शहर के लिए 1 हजार और ओडीएफ को लेकर 250 अंक से रेटिंग तय होगी।
सर्वे में प्रमाणीकरण का नया भाग जोड़ा है। जिसका 20 प्रतिशत स्टॉफ रेटिंग और 5 प्रतिशत ओडीएफ, ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस-प्लस का होगा।
अभियान में जागरुकता कार्यक्रमों पर भी निर्धारित किए गए हैं अंक।
अभियान में नवाचार किए जाने पर मिल सकेंगे अच्छे अंक।
स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार देश के सभी शहर शामिल होंगे।
1. हम सेवन स्टार रेटिंग वाले शहरों में शामिल होने के लिए इस साल पूरी ताकत लगा देंगे।
अखिलेश खंडेलवाल, नपाध्यक्ष होशंगाबाद
होशंगाबाद शहर होगा ओडीएफ प्लस
नपा शहर को ओडीएफ प्लस करने की तैयारी कर रही है। एेसे घर जहां शौचालय का निर्माण हेतु पर्याप्त जगह है,वहां व्यक्तिगत शौचालय का उपयोग हो रहा है,एवं पानी की सुनिश्चिता उपलब्ध कराना है। जहां शौचालय नहीं हैं वहां से 500 मीटर की दूरी के भीतर एक सामुदायिक शौचालय की उपलब्धता, शहर में सभी सार्वजनिक क्षेत्र और बड़े क्षेत्रों में 1 किलोमीटर की दूरी के भीतर रात में उपयोग किए जाने योग सार्वजनिक शौचालय की सुनिश्चिता,सार्वजनिक शौचालयों की वॉश बेसिन की सफाई की सुनिश्चिता,सफाई और प्रबंधन हेतु रोस्टर का पालन किया जा रहा हो, केयरटेकर द्वारा मॉनिटरिंग, सभी दरवाजे पर कुंडी लगाने की व्यवस्था होनी चाहिए ।
बाहर पेशाब करने पर पांच सौ का लगेगा जुर्माना
शहरी क्षेत्र में अब बाहर शौच या पेशाब करने वालों पर नपा ने आर्थिक दंड रूप में 100 से रू.500 तक वसूलने के निर्देश दिए हैं।
नपा को यह आएगी दिक्कतें
साल भर बाद भी शहर के कचरे से खाद बनाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। वहीं डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था भी चुनाव के दौरान चरमरा गई है। वार्डों में नाले-नालियों की नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। जिसके कारण क्षेत्र में गंदगी फैल रही है। सफाईकर्मियों को किट उपलब्ध कराई गई है। लेकिन वे इसका उपयोग नहीं करते हैं। शहर में सूखे और गीले कचरे को संग्रहित करने के लिए अब तक घर चिंहित नहीं किए गए हैं। इन कमियों के चलते स्वच्छता सर्वेक्षण के नंबर पाने में दिक्कत आएगी।