कुछ दिन पहले कलेक्टर-एसपी के निरीक्षण में जेल में मिली थी खामियां
कुछ दिन पहले कलेक्टर-एसपी ने संयुक्त रूप से सेंट्रल जेल खंड-अ का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें खूब खामियां मिली थीं। यहां सीसीटीवी कैमरे लगे थे लेकिन कंट्रोल रूम में उन्हें देखने के लिए कोई मौजूद नहीं था। सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदी एक ही बैरक में बंद किए गए थे। खामियों को देखकर एसपी अरविंद सक्सेना ने जेलर की जमकर क्लास ली थी। निरीक्षण में बैरक में बिड़ी बंडल, लाइटर एवं चाबी जैसी नुकीली चीज मिली थी। एक कैमरा खराब था, फायर एक्सपायर डेट का था। मुलाकात रजिस्टर भी अपडेट नहीं था। निरीक्षण के दौरान बैरक के बंदियों ने बिड़ी के बंडल को पानी की टंकी में डालकर छुपाने की कोशिश की। बिजली व्यवस्था ठीक नहीं थी। तार एवं सर्किट खुले थी।
कुछ दिन पहले कलेक्टर-एसपी ने संयुक्त रूप से सेंट्रल जेल खंड-अ का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें खूब खामियां मिली थीं। यहां सीसीटीवी कैमरे लगे थे लेकिन कंट्रोल रूम में उन्हें देखने के लिए कोई मौजूद नहीं था। सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदी एक ही बैरक में बंद किए गए थे। खामियों को देखकर एसपी अरविंद सक्सेना ने जेलर की जमकर क्लास ली थी। निरीक्षण में बैरक में बिड़ी बंडल, लाइटर एवं चाबी जैसी नुकीली चीज मिली थी। एक कैमरा खराब था, फायर एक्सपायर डेट का था। मुलाकात रजिस्टर भी अपडेट नहीं था। निरीक्षण के दौरान बैरक के बंदियों ने बिड़ी के बंडल को पानी की टंकी में डालकर छुपाने की कोशिश की। बिजली व्यवस्था ठीक नहीं थी। तार एवं सर्किट खुले थी।