नागरिक प्रथम मानव अधिकार संघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फीस माफ पत्र भेजा है। जिसमें बताया कि लॉकडाउन में रोजगार, व्यवसाय बंद हैं। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों की फीस जमा नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि तीन माह की फीस माफ करवाने के आदेश जारी कराएं।
मुकेश दुबे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, नागरिक प्रथम मानवाधिकार संघ
नर्सरी का बच्चा क्या समझेगा की ऑनलाइन पढ़ाई क्या होती है। ऐसे में निजी स्कूल फीस की मांग करता है। लॉकडाउन के चलते फीस माफ होनी चाहिए।
विवेक सिंह लौवंशी, अभिभावक
निलीमा जायसवाल, अभिभावक अभिभावकों का कहना
लॉकडाउन में फीस माफ होनी चाहिए। क्योंकि अभी सभी काम बंद हैं। कुछ बच्चे गांव में रहते हैं कैसे क्लास अटेंड कर पाएंगे। तो फीस लेने का कोई मतलब नहीं है।
अर्पिता दिवोलिया, अभिभावक
कीर्ति, अभिभावक कुछ निजी स्कूलों में पैकेज के अनुसार फीस मार्च में ही ले ली थी। हमने मार्च में ही साल भर की फीस जमा कर दी है। लेकिन फीस माफ होना चाहिए ।
अनिल मिश्रा, अभिभावक
सीला जायसवाल, अभिभावक