तवा और नर्मदा के संगम स्थल पर श्रद्धालुओं के स्नान की जगह तय कर बांस के बेरीकेट्स और जाल लगाया है। जिससे श्रद्धालु स्नान कर पूजा-अर्चना कर सकेंगे। जहां स्नान का इंतजाम किया गया है, वहां करीब ढाई फीट पानी बताया जा रहा है। यहां होमगार्ड के तैराक सैनिक भी नियुक्त किए गए हैं। मेला 13 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।
एसपी एमएल छारी ने बताया मेला स्थल व अन्य चिन्हित स्थलों पर पुलिस बल तैनात है। मेला स्थल सहित नर्मदा नदी के सभी घाटों पर गोताखोर/तैराक व होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है। मेला स्थल सहित नर्मदा नदी के सभी घाटों पर श्रृद्धालुओं के सहयोग के लिए नपा कर्मचारी मौजूद हैं।
बांद्राभान मेले का महत्व
बांद्राभान में लगने वाले मेले का विशेष महत्व है। यहां नर्मदा और तवा का संगम होता है। मान्यता है पूर्व में एक राजा को वानर की आकृति से यहां मोक्ष मिला था। तभी से मेला लगता है। पूर्णिमा के दिन संगम स्थल पर डुबकी लगाने से लोगों की मनोकामना पूरी होती हैं। किवदंती है कि संगम पर कई तपस्वियों ने मोक्ष के लिए तपस्या की थी। इसी कारण पूरे प्रदेश से लोग यहां आते हैं।