सूत्रों का कहना है कि राजस्थान के तीन दर्जन से अधिक भाजपा विधायक और करीब इतने ही पार्षद मध्यप्रदेश पुलिस की सुरक्षा में पचमढ़ी पहुंचे हैं। ये सभी लोग तीन होटलों में रूके हुए हैं।
राजस्थान में हो रहे निकाय चुनाव की सियासत मध्य प्रदेश आ पहुंची है। कोटा नगर निगम (दक्षिण) से चुने हुए करीब 35 पार्षदों की पचमढ़ी में बाड़ाबंदी की गई है। इसमें भाजपा और निर्दलीय पार्षद हैं। कोटा में खबर लगते ही सियासी बवाल मच गया। पार्षद कोटा से इंदौर और सीहोर होते हुए पचमढ़ी पहुंचे। इनके पीछे कुछ कांग्रेसी नेता राजस्थान पुलिस के साथ सीहोर गए लेकिन तब तक पार्षद निकल चुके थे।
दरअसल, राजस्थान में नगर निगमों के चुनावों के नतीजों की 3 नवंबर को घोषणा हुई थी। कोटा दक्षिण नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस के 36-36 पार्षद जीते थे। 8 निर्दलीय जीते। यहां 80 सीटें हैं। अपना महापौर बनाने के लिए दोनों पार्टियों को 41 वोट चाहिए। 8 निर्दलीय में से कुछ भाजपा और कुछ कांग्रेस के पास हैं।