scriptरक्षाबंधन पर 37 साल बाद बन रहा यह खास योग | raksha bandhan 2018 shubh muhurat in hindi | Patrika News

रक्षाबंधन पर 37 साल बाद बन रहा यह खास योग

locationहोशंगाबादPublished: Aug 24, 2018 06:57:46 pm

Submitted by:

sandeep nayak

धनिष्ठा नक्षत्र में मनेगा रक्षा बंधन

raksha bandhan

रक्षाबंधन पर नहीं रहेगा भद्रकाल का साया,राखी बांधते समय इनका रखें विशेष ध्यान,बदल जाएगी भाई की किस्मत

होशंगाबाद। इस बार रक्षाबंधन २६ अगस्त को धनिष्ठा धनिष्ठा में मनेगा। जो ३७ साल बाद यह योग बन रहा है। इसलिए शुभ मुहूर्त में राखी बांधने वाले भाई-बहनों के रिश्तों के लिए भी काफी शुभ रहता है। सावन पूर्णिमा 25 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 16 मिनट पर शुरु होगी। इसके साथ ही पूर्णिमा 26 अगस्त की शाम 5 बजकर 25 मिनट पर खत्म होगी। इस बार के रक्षा बंधन में भद्रा काल नहीं है। इसलिए रक्षा सूत्र बांधने में भद्रा आड़े नहीं आएगा। इस बार अगर सही मुहूर्त में आपने अपने भाई को राखी बांधी तो आपका रिश्ता हमेशा गहरा ही बनेगा। क्योंकि इस बार का योग और मुहूर्त बहुत खास है। इस बार रक्षा बंधन पर धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा, इसके अलावा सावन के महीने में राखी बांधने का शुभ मुहुर्त 37 सालों के बाद आया है जो अपने आप में खास मौका है।

हर काम के लिए होता है शुभ मुहूर्त
वैसे तो भाई की कलाई पर बहन के राखी बांधने का कोई मुहुर्त नहीं होता, वे जब उन्हें राखी बांध दें तभी मुहुर्त अच्छा मान लिया जाता है। मगर शास्त्रों के अनुसार हर शुभ काम करने से पहले शुभ मुहुर्त को निर्धारित किया जाता है और व्यक्ति को उसी के अनुसार शुभ काम करने चाहिए। ऐसा करने से भाई-बहन के बीच प्यार और अपनापन बना रहता है।
ये है शुभ मुहूर्त
हर साल रक्षा बंधन पर राखी बांधने के शुभ मुहूर्त को तलाशा जाता है। लेकिन इस बार सावन के महीने में रक्षाबंधन होने की वजह से इसका शुभ मुहुर्त 26 अगस्त की सुबह 5:59 से लेकर दोपहर 3:37 बजे तक रहेगा। इस शुभ मुहुर्त पर अगर आप अपने भाई की कलाई पर राखी बांधेंगी तो ये आप दोनों के लिए बहुत शुभ होगा।

अच्छे मिलेंगे परिणाम
ऐसा माना जाता है कि अगर आप अशुभ समय पर राखी को बांधते हैं तो इसका कुछ दूसरा ही परिणाम आपके जीवन में आ सकता है। इसलिए इस अशुभ समय में राखी बांधने का प्रयास बिल्कुल भी ना करें। इस अशुभ काल का समय होगा राहुकाल- शाम 4:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक या यम घंटा दोपहर 3:38 से 5:13 बजे तक।
नहीं रहेगी भद्रा
इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा काल का साया नहीं होगा। भद्राकाल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इस साल राखी की सबसे खास बात यही है कि भद्राकाल सूर्य उदय होने से पहले ही समाप्त हो जाएगा और ऐसा 37 सालों के बाद होने जा रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो