शहर के मुख्यमार्गों से निकली रैली
देश भर में चल रहे जन जागरण अभियान के अंर्तगत एसएनजी स्टेडियम से नागरिक अधिकार मंच के तत्वावधान में हजारों नागरिक हाथों में तिरंगा लेकर रैली के रूप में सड़कों पर उतरे। सांसद राव उदयप्रतापसिंह, विधायक ठाकुरदास और विधायक विजयपाल सिंह भी इसमें शामिल हुए। सभी ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। कार्यक्रम में विद्या भारती के छात्रों ने नाटक की प्रस्तुति देकर नागरिकता कानून के विषय में जागरूकता का संदेश दिया। रैली शहर के मुख्य मार्गों निकली। जिसमें महिलाएं सिर पर भगवा साफा पहने थी। रैली में चल रहे युवाओं ने आतंकवाद से आजादी, अफजल गैंंग से आजादी, नक्सलवाद से आजादी, टुकड़ा-टुकड़ा गैंग से आजादी के नारे लगाए।
देश भर में चल रहे जन जागरण अभियान के अंर्तगत एसएनजी स्टेडियम से नागरिक अधिकार मंच के तत्वावधान में हजारों नागरिक हाथों में तिरंगा लेकर रैली के रूप में सड़कों पर उतरे। सांसद राव उदयप्रतापसिंह, विधायक ठाकुरदास और विधायक विजयपाल सिंह भी इसमें शामिल हुए। सभी ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। कार्यक्रम में विद्या भारती के छात्रों ने नाटक की प्रस्तुति देकर नागरिकता कानून के विषय में जागरूकता का संदेश दिया। रैली शहर के मुख्य मार्गों निकली। जिसमें महिलाएं सिर पर भगवा साफा पहने थी। रैली में चल रहे युवाओं ने आतंकवाद से आजादी, अफजल गैंंग से आजादी, नक्सलवाद से आजादी, टुकड़ा-टुकड़ा गैंग से आजादी के नारे लगाए।
पुष्प वर्षाकर स्वागत किया
तिंरगा यात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। रैली एसएनजी स्टेडियम से हलवाई चौक, जय स्तंभ चौक, इंद्रा चौक माहत्मा गांधी चौराहे से निकाली गई। रैली के बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन नागरिक अधिकार मंच के सदस्यों ने एसडीएम आदित्य रिछारिया को सौंपा। रैली के समापन पर एसएनजी स्टेडियम में भारत माता की महाआरती और राष्ट्रगान के साथ महारैली का समापन किया गया। मंच का संचालन संघ के पदाधिकारी रहे चाणक्य बक्शी ने किया।
तिंरगा यात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। रैली एसएनजी स्टेडियम से हलवाई चौक, जय स्तंभ चौक, इंद्रा चौक माहत्मा गांधी चौराहे से निकाली गई। रैली के बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन नागरिक अधिकार मंच के सदस्यों ने एसडीएम आदित्य रिछारिया को सौंपा। रैली के समापन पर एसएनजी स्टेडियम में भारत माता की महाआरती और राष्ट्रगान के साथ महारैली का समापन किया गया। मंच का संचालन संघ के पदाधिकारी रहे चाणक्य बक्शी ने किया।