2 हजार फीट ऊंचे पहाड़ पर है मंदिर जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी अंतर्गत छतरपुर पंचायत में राऊनदेव का मंदिर समुद्रतल से लगभग दो हजार फीट ऊंचे पहाड़ पर है। ग्रामीण बताते हैं कि हमारी भाषा में रावण को ही राऊनदेव कहते हैं। दशहरे में विशेष पूजन के पश्चात अब फाल्गुन के महीने में यहां मेला लगेगा। जिसमें प्रदेश भर के आदिवासी शामिल होंगे। खासबात यह है कि यहां के लोग भगवान और रावण दोनों को पूजते हैं। पूरी नवरात्र राऊनदेव के मंदिर में ज्योत जली। इसके अलावा गांव के मुख्य चौराहे पर मां जगदम्बा की मूर्ति भी स्थापित की गई। जिसका विसर्जन धूमधाम से किया जाता है। इनके साथ रावण के मंदिर में भी पूरे नवरात्र ज्योत जलती है। यहां ग्रामीण रावण की आरती उतारकर पूजा करते हैं।
साल एक बार लगता है मेला
रावण के मंदिर के पास पहाड़ी पर हर साल फरवरी या अप्रैल में सात दिवसीय मेला लगता है। जिसमें पूरे प्रदेश से आदिवासी पहुंचकर रावण की पूजा करते हैं। इस मेले का शुभारंभ जनप्रतिनिधि करते हैं।