आठवें दिन भी बंद रहा चोपना मार्ग, दिन भर खुले रहे सतपुड़ा डैम के गेट
सारनी. सतपुड़ा डैम सारनी से गुरुवार को 12 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा गया। इससे तवा नदी में बाढ़ जैसे हालात बने रहे। वहीं नांदिया घाट और शिवनपाट रपटे पर बाढ़ होने से चोपना क्षेत्र के 32 गांवों का संपर्क लगातार आठवें दिन भी बंद रहा। बुधवार रात 6 गेटों से पानी छोड़ा गया। सुबह गेटों की संख्या घटाकर 4 कर दी गई। इसके बाद जलस्तर बढऩे परसुबह 10 बजे पुन: 6 गेट 2-2 फीट की ऊंचाई पर खोलकर 3:15 बजे तक तवा नदी में करीब 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके बाद गेटों की संख्या घटाकर 3 और ऊंचाई एक-एक फीट कर दी गई। बावजूद इसके नांदिया घाट रपटे से बाढ़ नहीं उतरी। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से नांदिया घाट, शिवनपाट और राजडोह नदी पर पुलिस बल तैनात रहा। बीते24 घंटे के भीतर सारनी क्षेत्र में 44 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसी के बरसात का आंकड़ा 1646 मिलीमीटर पर पहुंच गया है जो बीते साल की कुल बरसात से 754 मिलीमीटर ज्यादा यानी कि 30 इंच अधिक है।