जानकारी के अनुसार बाबई की गूजरवाड़ा रेत खदान में अलसुबह पोकलेन मशीन से खनन हो रहा था। उक्त मशीन एससी जैन की बताई जा रही है। जब मजदूरों को इसकी सूचना मिली तो बड़ी संख्या में मजदूर रेत खदान पर पहुंचे उन्होंने इसका विरोध करते हुए पोकलेन मशीन को घेरकर अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
मामले की सूचना पुलिस बल और खनिज अधिकारियों के लिए दी गई थी, सूचना मिलते ही अधिकारी मौके परपहुंचे और प्रदर्शन कर रहे मजदूरों को समझाइश दी। इस बीच डायल-१०० भी मौके पर पहुंची इसके बाद भी संतुष्टी पूर्ण कार्रवाई नहीं होने पर मजदूरों ने फिर प्रदर्शन किया वहीं अधिकारी 26 जनवरी के बाद कार्रवाई की बातें कर रहे हैं।
मामले की सूचना पुलिस बल और खनिज अधिकारियों के लिए दी गई थी, सूचना मिलते ही अधिकारी मौके परपहुंचे और प्रदर्शन कर रहे मजदूरों को समझाइश दी। इस बीच डायल-१०० भी मौके पर पहुंची इसके बाद भी संतुष्टी पूर्ण कार्रवाई नहीं होने पर मजदूरों ने फिर प्रदर्शन किया वहीं अधिकारी 26 जनवरी के बाद कार्रवाई की बातें कर रहे हैं।
१ जेसीबी १ डंपर मिला
मजदूरों की तरफ से जारी किए गए वीडियो में बताया गया है कि रेत खदान पर एक जेसीब और एक डंपर मिला है। मजदूर बोले-
खदान पर मौजूद मजदूरों ने बताया कि रोक के बाद भी खदान पर मशीन से खनन किया जा रहा है। मशीन से खनन करने वाले लोग मददूरों का पेट काट रहे हैं। अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं, १८१ डॉयल करने पर कोई जबाब नहीं देता। अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते हैं।
मजदूरों की तरफ से जारी किए गए वीडियो में बताया गया है कि रेत खदान पर एक जेसीब और एक डंपर मिला है। मजदूर बोले-
खदान पर मौजूद मजदूरों ने बताया कि रोक के बाद भी खदान पर मशीन से खनन किया जा रहा है। मशीन से खनन करने वाले लोग मददूरों का पेट काट रहे हैं। अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं, १८१ डॉयल करने पर कोई जबाब नहीं देता। अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते हैं।
लगातार कार्रवाई के बाद भी नहीं लग रही रोक
मशीनों से होने वाले खनन को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी इस पर रोक नहीं लग पा रही है। इससे जहां मजदूरों के नुकसान हो रहा है, वहीं प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे रहे हैं।
मशीनों से होने वाले खनन को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी इस पर रोक नहीं लग पा रही है। इससे जहां मजदूरों के नुकसान हो रहा है, वहीं प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे रहे हैं।