पति करता है मजदूरी 12वीं बोर्ड की पढ़ाई करने जा रही बहू वर्षा चौधरी मूलत: सांगाखेड़ा की रहने वाली है। दो वर्ष पहले उसकी शादी पथरौटा के ग्राम नयाखेड़ा के गोविंद चौधरी से हुई थी। गोविंद मजदूरी करता है। शादी के पहले वर्षा ने कक्षा 11वीं उत्तीर्ण की थी, लेकिन ससुराल आने के बाद उसकी पढ़ाई छूट गई थी और वह घर परिवार के काम में व्यस्त हो गई। उसने अपनी सास सब्बोबाई से कहा कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती है, सास और पति दोनों सहर्ष तैयार हो गए।
सास बहू को लेकर पहुंची स्कूल
सास बहू को लेकर पहुंची स्कूल
सास सब्बोबाई खुद बहू वर्षा को लेकर बुधवार दोपहर में जनजाति कार्य विभाग के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पथरौटा पहुंची, लेकिन दोनों की हिम्मत स्कूल के अंदर जाने की नहीं हो रही थी। स्कूल प्राचार्य बीके लवानिया जब स्कूल के बाहर आए तो दोनों को खड़े देखकर पूछा। सास सब्बोबाई बोली, सर ये मेरी पुत्रवधू वर्षा है यह 11वीं पास है, इसका कक्षा 12वीं में एडमिशन कराना है। यह पढऩा चाहती है। प्राचार्य दोनों को स्कूल के अंदर ले गए और आवेदन भरवाकर सास को बधाई दी। प्राचार्य ने कहा कि साड़ी के बजाए स्कूल डे्रस में आना होगा, जिस पर सास ने सहर्ष ही सहमति दे दी। एक-दो दिन में आर्ट विषय में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होते ही बहू वर्षा स्कूल डे्रस में रोजाना पढऩे के लिए स्कूल आएगी।
इनका कहना है
कमजोर वर्गों में भी शिक्षा के प्रति जागरूकता आ रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से एक कदम आगे बढ़कर सास ने अपनी बहू का स्कूल में एडमिशन कराया है। यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
चंद्रकांता सिंह, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग
इनका कहना है
कमजोर वर्गों में भी शिक्षा के प्रति जागरूकता आ रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से एक कदम आगे बढ़कर सास ने अपनी बहू का स्कूल में एडमिशन कराया है। यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
चंद्रकांता सिंह, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग