32 गांवो में साीधा संपर्क टूटा
पुनर्वास कैंप चोपना के 32 गांवों का सीधा संपर्क सारनी से टूट गया। दरअसल नांदिया घाट और शिवनपाट रपटे पर बाढ़ का पानी चढऩे से पुलिस प्रशासन द्वारा आवागमन बंद कर दिया गया। नदी में बाढ़ की सूचना मिलते ही पुलिस भी सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर तैनात कर दी गई। वहीं शुक्रवार शाम से रात 11 बजे तक जलाशय के पांच गेट खोले गए। रात 11 से सुबह 6 :30 बजे तक पांच गेटों से प्रति सेकंड करीब 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस दौरान भी चोपना मार्ग बंद रहा। बीते 24 घंटे में सारनी क्षेत्र में 6 एमएम बरसात दर्ज की गई है। वहीं नदी में बाढ़ आते ही राजडोह नदी में चलने वाली नावों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया।
इन्होंने बताया
नाव ठेकेदार सालकराम यादव ने बताया शाम करीब 5:30 बजे अचानक नदी में बाढ़ आना प्रारंभ हुआ। 6 बजे तक बाढ़ इतनी तेज हो गई कि नाव चलाना बंद करने पर मजबूर होना पड़ा। बाढ़ आने के बाद नदी के दोनों छोर पर ग्रामीण फंसे रहे। उन्होंने बताया छिन्दवाड़ा जिले के जुन्नारदेव समेत पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बारिश होने से नदी में बाढ़ आ रही है।