ऐसे हुई थी घटना: टीआई शंकरलाल झारिया ने बताया कि अस्पताल में उपचार के बाद महिला को होश आया। उसने अपना नाम मनसाबाई पत्नी बसौड़ी अहिरवार बताते हुए जानकारी दी है कि वह ग्राम समौन की रहने वाली है। रविवार दोपहर में वह अपनी दो बेटी प्राची(5) एवं पिंकी(1) के साथ अपने गांव से खपरिया जा रही थी। बड़ी बेटी प्राची को शौच कराने वह नसीराबाद पुल के पास बस से उतरी थी। पुल के किनारे पर शौच के दौरान प्राची का वैलेंस बिगडऩे से वह पिल्लर पर गिरकर फंस गई। उसे बचाने के चक्कर में हड़बड़ाहट में मां अपनी छोटी बेटी पिंकी के साथ पुल से नीचे नर्मदा में कूद गई। सिर में गंभीर चोट लगाने से बड़ी बेटी प्राची की मौके पर ही मौत हो गई और मां व छोटी बेटी नर्मदा में डबने लगे। इसी बीच पुल के आसपास मौजूद लोगों ने छलांग लगाकर दोनों को डूबने से बचा लिया। दोनों मां-बेटी को बेहोशी की हालत में पुलिस ने बाबई अस्पताल में ले जाकर भर्ती किया।
पति को नहीं थी घटना की जानकारी
पति बसौड़ी अहिरवार मजदूरी पर गया था। उसे नसीराबाद पुल पर पत्नी, दोनों बेटियों की घटना की जानकारी थी। वह देर शाम तक अस्पताल नहीं पहुंच पाया था। पुलिस कर्मचारियों व अस्पताल स्टॉफ ने ही घायल मां-बेटी की देखभाल की। मृतक बेटी प्राची के शव का पीएम कराया जा रहा था।
पति बसौड़ी अहिरवार मजदूरी पर गया था। उसे नसीराबाद पुल पर पत्नी, दोनों बेटियों की घटना की जानकारी थी। वह देर शाम तक अस्पताल नहीं पहुंच पाया था। पुलिस कर्मचारियों व अस्पताल स्टॉफ ने ही घायल मां-बेटी की देखभाल की। मृतक बेटी प्राची के शव का पीएम कराया जा रहा था।