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चूहों के डर से बाथरूम में रखा जब्त माल, गैलरी में पड़े दस्तावेज, स्टॉफ व जगह की कमी से जूझ रहा विभाग

locationहोशंगाबादPublished: Aug 21, 2019 08:27:26 pm

Submitted by:

Manoj Kundoo

ग्राउंड रिपोर्ट-खाद्य औषधि विभाग के पास कार्यालय में न तो पर्याप्त जगह है और न ही स्टॉफ, कार्यालय में जगह नहीं होने के कारण बाथरूम में रखना पड़ता है जब्त किया गया खानपान
 

Seized goods kept in the bathroom due to fear of mice, documents lying in the gallery, staff and department facing shortage of space

Seized goods kept in the bathroom due to fear of mice, documents lying in the gallery, staff and department facing shortage of space

होशंगाबाद
खाद्य औषधि विभाग चूहों से परेशान है। जिले भर से जब्त किए जाने वाले खानपान को सुरक्षित रखने के लिए बाथरूम का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा जगह की कमी के कारण दस्तावेज व पुराने सैंपल गैलरी में रख दिए गए हैं। हालात यह हैं कि एक ही कमरे में कार्यालय संचालित किया जा रहा है। जिसमें बैठने, कार्यालयीन कामकाज व सैंपलिंग करने तक की पर्याप्त जगह नहीं है। पिछले दिनों जब्त किया गए मावे से बदबू आ रही थी। जिसे कार्यालय से निकालकर बाहर गैलरी में रखा गया है। मावा पिघलकर बोरी से बाहर बह रहा है। विभागीय अधिकारी का कहना है कि कार्यालय में जगह की कमी है। चूहों से बचाव व खानपान सुरक्षित रखने बाथरूम में रखा है। चूहों से बचाव के लिए समय-समय पर दवा भी रखते हैं।
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एनसीडी भवन के एक कमरे में कार्यालय-
जिला अस्पताल परिसर के पुराने भवन में पहले कार्यालय संचालित किया जाता था। जहां अस्पताल का नया भवन बन रहा है। वर्तमान में खाद्य सुरक्षा विभाग कार्यालय एनसीडी भवन के एक कमरे में चल रहा है।
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-पद तेरह, काम कर रहे दो-
विभाग के पास जगह ही नहीं बल्कि स्टॉफ की भी भारी कमी है। जिले में तेरह पद स्वीकृत हैं। इनमें ५ इंसपेक्टर, २ एलडीसी/यूडीसी, २ कंप्यूटर ऑपरेटर, २ सैंपलिंग असिस्टेंट, २ कार्यालयीन कर्मचारी शामिल हैं। जबकि वर्तमान में दो खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक और लीना नायक कार्यरत हैं। यहां पदस्थ इंसपेक्टर ज्योति बंसल छह महीने से अवकाश पर हैं।
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स्टॉफ की कमी का असर-
स्टॉफ की कमी से सैंपल कलेक्ट करने व रिपोर्ट बनाने में सबसे ज्यादा समय लग रहा है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक एक सैंपल को कलेक्ट करने व जांच के लिए रिपोर्ट तैयार करने में चार घंटे लगते हैं। जबकि यह काम आधे घंटे का है।
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इनका भी अभाव-
-खानपान को सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रिजर।
-स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है।
-फैट जांचने की मशीन।
-फील्ड पर निरीक्षण के लिए वाहन।
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एक सप्ताह में रिपोर्ट आने की उम्मीद-
मिलावटी खानपान के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत १५ दिनों में ११७ सैंपल लिए गए। जिनकी जांच रिपोर्ट अगले एक सप्ताह में आने की उम्मीद है।
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इनका कहना है…
अस्पताल परिसर में कार्यालय के लिए ९ हजार वर्गफीट जगह तत्कालीन कलेक्टर प्रियंका दास ने आवंटित की थी। बजट आने पर निर्माण होगा। कार्यालय में जगह नहीं होने से परेशानी आती है। सैंपल व जब्त खानपान को बाथरूम में सुरक्षित रखा है। चूहे से बचाव के लिए समय-समय पर दवा रखते हैं।
-शिवराज पावक, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी।

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