वर्ष २००८ में स्वीकृत हुई थी योजना-
इटारसी में योजना पर काम शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को 80 व राज्य और निकाय को 10-10 प्रतिशत का अनुदान देना था। राज्य सरकार और निकाय की धनराशि जमा होने के बाद केंद्र ने पहली किश्त के रूप में 1 करोड़ 41 लाख 69 हजार रुपए 14 जुलाई 2008 को नगरपालिका इटारसी को भेज दी गई थी। इसमें राज्य से 17 लाख 71 हजार और निकाय ने 18 लाख रुपए का अनुदान दिया था।
इटारसी में योजना पर काम शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को 80 व राज्य और निकाय को 10-10 प्रतिशत का अनुदान देना था। राज्य सरकार और निकाय की धनराशि जमा होने के बाद केंद्र ने पहली किश्त के रूप में 1 करोड़ 41 लाख 69 हजार रुपए 14 जुलाई 2008 को नगरपालिका इटारसी को भेज दी गई थी। इसमें राज्य से 17 लाख 71 हजार और निकाय ने 18 लाख रुपए का अनुदान दिया था।
गुडगांव की ठेका कंपनी के पास है काम-
ग्राम किशनपुर की खसरा क्रमांक ४/२ रकबा ०.५८७ हैक्टेयर में से १३११.१५ वर्गमीटर की निजी भूमि पर मुख्य पंपिंग स्टेशन प्रस्तावित है। इस कार्य के लिए २ करोड़ ९० लाख रुपए की स्वीकृति भी मिल चुकी है। ज्ञात हो कि वर्ष २०१८ में स्वीकृत योजना का समस्त कार्य निविदाकार मेसर्स तहल कन्सल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड गुडगांव द्वारा किया जाना है। जिसके लिए १३९.६८ करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है।
ग्राम किशनपुर की खसरा क्रमांक ४/२ रकबा ०.५८७ हैक्टेयर में से १३११.१५ वर्गमीटर की निजी भूमि पर मुख्य पंपिंग स्टेशन प्रस्तावित है। इस कार्य के लिए २ करोड़ ९० लाख रुपए की स्वीकृति भी मिल चुकी है। ज्ञात हो कि वर्ष २०१८ में स्वीकृत योजना का समस्त कार्य निविदाकार मेसर्स तहल कन्सल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड गुडगांव द्वारा किया जाना है। जिसके लिए १३९.६८ करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है।
पहले जमीन की वजह से अटका था काम-
मप्र शहरी विकास कंपनी लिमिटेड के साथ हुए अनुबंध के आधार पर २९ सितंबर २०१८ को एसटीपी की स्वीकृति हुई थी। २८ सितंबर २०२० तक यह निर्माण कार्य पूरा होना था। अनुबंध होने के बाद वर्ष २०१९ तक नपा कंपनी को एसटीपी के लिए जगह मुहैया नहीं करा पाई।
मप्र शहरी विकास कंपनी लिमिटेड के साथ हुए अनुबंध के आधार पर २९ सितंबर २०१८ को एसटीपी की स्वीकृति हुई थी। २८ सितंबर २०२० तक यह निर्माण कार्य पूरा होना था। अनुबंध होने के बाद वर्ष २०१९ तक नपा कंपनी को एसटीपी के लिए जगह मुहैया नहीं करा पाई।
फैक्ट फाइल-
-सीवर लाइन : १९६ किमी
-हाउस चैंबर : १३९७४
-पंपिंग स्टेशन : ०१
-इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन : ०४
-ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता : २१ एमएलडी
-मैनहोल : ३१६५ इनका कहना है…
सीवर लाइन प्रोजेक्ट के काम की रफ्तार बहुत धीमी है। ठेकेदार काम ही नहीं कर रहा है। ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है। पंपिंग स्टेशन की जमीन का अवार्ड पारित होना है। फाइल कलेक्ट्रेट में जमा है।
-आनंद सिंह, प्रोजेक्ट इंचार्ज एमपीयूडीसी
-सीवर लाइन : १९६ किमी
-हाउस चैंबर : १३९७४
-पंपिंग स्टेशन : ०१
-इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन : ०४
-ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता : २१ एमएलडी
-मैनहोल : ३१६५ इनका कहना है…
सीवर लाइन प्रोजेक्ट के काम की रफ्तार बहुत धीमी है। ठेकेदार काम ही नहीं कर रहा है। ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है। पंपिंग स्टेशन की जमीन का अवार्ड पारित होना है। फाइल कलेक्ट्रेट में जमा है।
-आनंद सिंह, प्रोजेक्ट इंचार्ज एमपीयूडीसी