वर्ष १९७८ में बना था मार्केट रविशंकर मार्केट का निर्माण नगरपालिका ने वर्ष १९७८ में कराया था। इस मार्केट में उस समय ६६ दुकानों का निर्माण किया गया था। मार्केट बनाने के बाद उसे चालू करने की तरफ ध्यान नहीं दिया गया जिससे यह मार्केट करीब २० साल तक खाली पड़ा रहा। बाद में इस मार्केट में दुकानें लेने वाले दुकानदारों ने ही काम्प्लेक्स की सूरत सुधारने के लिए अपने स्तर से काम कराए और दुकानें चालू कर लीं। वर्तमान में यह शहर के पुराने कॉम्प्लेक्सों में से एक है। इसी को आधार को बनाकर नपा इस मार्केट को तोड़कर नया बनाना चाह रही है।
बजट में ४ करोड़ का प्रावधान रविशंकर मार्केट पर फोकस करते हुए इसके निर्माण का प्रस्ताव परिषद की बैठक में लाने का निर्णय लिया गया। इस प्रस्ताव को पिछले दिनों १८ फरवरी को लाया गया। पुराने मार्केट को तोड़कर इसकी जगह पर ११८ दुकानें बनाने की नपा की योजना है। नपा प्रशासन ने पिछले दिनों जो बजट पेश किया है उसमें भी ४ करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। परिषद में विधायक प्रतिनिधि प्रकाश शिवहरे के मुताबिक सम्मेलन में उन्होंने इस पर आपत्ति भी जताई थी बावजूद उसके इस प्रस्ताव को सहमति बताकर पास कर दिया गया था।
दुकानदारों ने किया विरोध नपा द्वारा रविशंकर मार्केट के निर्माण की खबर मीडिया में आने के बाद सभी दुकानदार लामबंद हो गए हैं। उन्होंने इस मामले में दुकानदारों से बिना चर्चा किए ही प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगाया है। दुकानदारों का कहना है कि वे नहीं चाहते हैं कि अभी मार्केट निर्माण हो। दुकानदारों ने हस्ताक्षरयुक्त एक विरोध पत्र भी सीएमओ के नाम लिखा है। इस मामले में विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने सीएमओ को पत्र लिखकर कहा है कि दुकानों के निर्माण पर विधायक प्रतिनिधि की आपत्ति को दरकिनार किया गया है वहीं दुकानदारों से भी सहमति नहीं ली गई है। पहले दुकानदारों से इस विषय पर सहमति ली जाए और फिर दुकानों का निर्माण किया जाए।
किसने क्या कहा रविशंकर मार्केट के दुकानदारों से मार्केट निर्माण के लिए कोई सहमति नहीं ली गई है। अपने मन से ही मार्केट तोडऩे का निर्णय लिया जा रहा है। सभी दुकानदार इस प्रस्ताव के विरोध में हैं। हमने इस पर लिखित आपत्ति भी दर्ज कराई है।
राजेश खत्री, दुकानदार वह मार्केट बहुत ही जर्जर हालत में है। इससे पहले भी कई बार दुकानदारों से चर्चा हो चुकी है। यदि उन्हें एेसा लग रहा है कि दुकानदारों से लिखित सहमति लेने का प्रयास करेंगे और उसके बाद काम चालू करेंगे।अखिलेश खंडेलवाल, नपाध्यक्ष होशंगाबाद