दिवाली की रात में दो बजे किया था हमला
एसपी को दिए आवेदन में मोहनलाल पिता पन्नालाल अंकिल ने बताया कि दिवाली की रात वे और उनकी पत्नी किरण अंकिल मकान की छत पर खटिया पर लेटे थे। रात करीब 2 बजे सुनील उर्फ सन्नी पासी, सुमित पिता गजानंद पासी अपने साथियों को लेकर आए और दोनों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान चिल्लाने पर दोनों बेटे रिंकू उर्फ पंकज व बंटी उर्फ प्रवीण छत पर गए। रिंकू ने सन्नी को पकड़ लिया। वहीं सुमित व उसके साथी भाग निकले। इसी दौरान सन्नी के परिवार पिंटू उर्फ कमलेश, राजू, गेंदालाल, बबलू उर्फ मनीष, गजानंद वहां पहुंचे और सन्नी को छुड़ाकर ले गए।
एसपी को दिए आवेदन में मोहनलाल पिता पन्नालाल अंकिल ने बताया कि दिवाली की रात वे और उनकी पत्नी किरण अंकिल मकान की छत पर खटिया पर लेटे थे। रात करीब 2 बजे सुनील उर्फ सन्नी पासी, सुमित पिता गजानंद पासी अपने साथियों को लेकर आए और दोनों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान चिल्लाने पर दोनों बेटे रिंकू उर्फ पंकज व बंटी उर्फ प्रवीण छत पर गए। रिंकू ने सन्नी को पकड़ लिया। वहीं सुमित व उसके साथी भाग निकले। इसी दौरान सन्नी के परिवार पिंटू उर्फ कमलेश, राजू, गेंदालाल, बबलू उर्फ मनीष, गजानंद वहां पहुंचे और सन्नी को छुड़ाकर ले गए।
आरोपी को पकडऩे में लापरवाही का आरोप
मोहनलाल का आरोप है कि इस मामले में पुलिस लापरवाही बरत रही है। जिला अस्पताल में उस वक्त उनके बयान दर्ज किए गए जब वे चैतन्य अवस्था में नहीं थे। घटना के दस दिन बीतने के बाद भी हत्या के मुख्य आरोपी सुनील उर्फ सन्नी को भी नहीं पकड़ा। ना ही उसकी मदद करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई हो पाई। मुख्य आरोपी के खुलेआम घूमने से उनका परिवार दहशत में है। मोहनलाल ने पुलिस सुरक्षा के साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है।
मोहनलाल का आरोप है कि इस मामले में पुलिस लापरवाही बरत रही है। जिला अस्पताल में उस वक्त उनके बयान दर्ज किए गए जब वे चैतन्य अवस्था में नहीं थे। घटना के दस दिन बीतने के बाद भी हत्या के मुख्य आरोपी सुनील उर्फ सन्नी को भी नहीं पकड़ा। ना ही उसकी मदद करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई हो पाई। मुख्य आरोपी के खुलेआम घूमने से उनका परिवार दहशत में है। मोहनलाल ने पुलिस सुरक्षा के साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है।