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सफर में खाना चाहते हैं अप्पम, पुत्तू और काडला कड़ी तो करें इन ट्रेनों में यात्रा

locationहोशंगाबादPublished: Jan 24, 2020 01:34:37 pm

Submitted by:

sandeep nayak

आईआरसीटीसी ने पहले बदला था मेन्यू

सफर में खाना चाहते हैं अप्पम, पुत्तू और काडला कड़ी तो करें इन ट्रेनों में यात्रा

सफर में खाना चाहते हैं अप्पम, पुत्तू और काडला कड़ी तो करें इन ट्रेनों में यात्रा

इटारसी। हर कोई खाने-पीने का शौकीन होता है। फिर यदि यह खाना सफर के दौरान मिले तो इसका स्वाद दोगुना हो जाता है। वह भी यदि मनपसंद खाना। दरअसल दक्षिण के यात्रियों को ट्रेनों में रेल यात्रा के दौरान केरल का पारंपरिक भोजन अप्पम, अंडा कड़ी, पुत्तू और काडला कड़ी अब फिर से मिलेगा। दरअसल आईआरसीटीसी ने इनकी जगह उत्तर भारत के भोजन में कचौड़ी और छोले भटूरे को शामिल किया था, जिसका विरोध होने पर केरल के सांसद एडेन ने रेलवे मंत्री पीयूष गोयल को खत लिखा था। रेल मंत्री के आदेश के बाद रेलवे ने इन्हें अपने मेन्यू में दोबारा से शामिल कर लिया गया है।
केरल से उत्तर भारत की ओर आने वाली एक दर्जन ट्रेनों में पैंट्री कार लगा रहता है। दिल्ली, यूपी और बिहार तरफ आने वाली ट्रेनें जैसे केरला एक्सप्रेस, तिरूअनंतपुरम स्वर्ण जयंती, हमसफर आदि लंबी दूरी की ट्रेनें हैं, जिसे गंतव्य तक पहुंंचने में 24 घंटे से उपर लगता है। केरल से आने वाले यात्री अपने राज्य के पकवान खाना पसंद करते हैं।

सांसद ने रेल मंत्री को पत्र लिख जताया विरोध
आईआरसीटीसी ने केरल के परंपरागत व्यजंन का मेन्यू बदलकर कचौड़ी और छोले भटूरे कर दिया था। इसका सोशल मीडिया में विरोध जमकर हुआ। इसके बाद केरल के एर्नाकुलम सांसद हीबी एडेन ने रेलवे मंत्री पीयूष गोयल को लिखे खत में केरल के लोगों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।
मलयाली समाज ने जताई खुशी
उन्होंने पत्र में लिखा था कि कुछ व्यंजन जो नाश्ते के लिए मलयाली लोगों के पसंदीदा हैं, उन्हें मेन्यू में शामिल ही नहीं किया गया है। ऐसा बर्ताव दक्षिण भारतीय लोगों के खिलाफ लगता है। विरोध के बाद रेलवे ने मेन्यू में शामिल कर लिया है। इस पर मलयाली समाज ने इस पर खुशी जाहिर की है।

मप्र से सालाना 3 लाख मलयाली करते हैं सफर
मप्र मलयाली समाज के अनुसार प्रदेश में 3 लाख मलयाली परिवार बैतूल, इटारसी, भोपाल, जबलपुर आदि शहरों और छोटे कस्बों में रहते हैं, जोकि हर साल केरल आते-जाते हैं। ये सभी मप्र और उत्तर भारत के शहरों में नौकरी- व्यवसाय करते हैं। इनके लिए मिलेनियम, मंगला, केरला, हिमसागर जैसे एक दर्जन ट्रेनों डेली और वीकली रेल प्रशासन चलाता है।
वर्जन
आईआरसीटीसी ने केरल से आने वाली ट्रेनों के मेन्यू में फिर से केरल के पकवानों को शामिल किया है। मप्र का मलयाली एसोसियेशन रेल मंत्री पीयूष गोयल और सांसद एडेन का आभारी है।
– ओडी जोसेफ, अध्यक्ष मप्र मलयाली एसोसियेशन।
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