फर्नीचर व्यवसायी अजय रतनानी के अनुसार फर्नीचर में मांग कुछ कम रही। पिछले साल के तुलना में बाजार 40 प्रतिशत ही रहा। ऑटोमोबाइल के माजिद खाने ने बताया कि टू-व्हीलर में बिक्री सामान्य से कम रही। वाहन पर तमाम तरह के ऑफर भी बिक्री को बढ़ा नहीं सके। कार विक्रेता निशांत फौजदार के अनुसार फाइनेंस आसानी से होने से कारों मार्केट ठीक-ठाक रहा है, लेकिन पिछले साल के मुकाबले कारों का मार्केट भी ठंडा है। इस सीजन की तुलना में मार्केट ठीक रहा है। इलेक्ट्रानिक्स व्यवसायी की उम्मीदें अब पूरी तरह से आने वाले धन-तेरस के त्यौहार से ही है।
सराफा व्यवसायी सुशील जैन ने बताया कि सराफा में शहरी क्षेत्र में भीड़ ही नहीं रही। अब दुकानदारों को आने वाले दिनों में धनतेरस और दीपावली से ही उम्मीदें हैं।
अब धनतेरस का इंतजार
अगले 15 दिनों के बाद दीवाली है। इससे पहले पुष्य नक्षत्र और धनतेरस पड़ेगा। जिसमें करीब डेढ़ करोड़ के कारोबार की उम्मीद है।