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फेस्टीवल सीजन शुरू होने के बाद भी बाजार की रौनक रही गायब, यह है कारण

locationहोशंगाबादPublished: Oct 09, 2019 10:53:43 am

Submitted by:

amit sharma

दशहरा पर 2 करोड़ का हुआ कारोबार, फसल से पहले त्यौहार आने का रहा बाजार पर असर

फेस्टीवल सीजन शुरू होने के बाद भी बाजार की रौनक रही गायब, यह है कारण

फेस्टीवल सीजन शुरू होने के बाद भी बाजार की रौनक रही गायब, यह है कारण

होशंगाबाद/फेस्टीवल सीजन शुरू होने के बाद भी बाजार से रौनक गायब है। इस बार नवरात्रि और दशहरा का बाजार पिछले सालों की तुलना में आधा भी नहीं पहुंच सका। इन नौ दिनों में ऑटो मोबाइल सेक्टर और सराफा बाजार दोनों ही फीके रहे। फर्नीचर व घरेलू सामान की बिक्री भी काफी कम हुई। कारोबारियों का कहना है कि इस बार त्योहार करीब एक माह पहले है, इसके कारण इन दिनों किसानों के किसानी में व्यस्त होने और नई फसल बाजार में नहीं आने के कारण कारोबार कम हुआ है। ग्रामीण और किसान दुकानों तक पहुंचे ही नहीं। अब व्यापारियों को उम्मीद है कि धनतेरस और दीपावली पर बाजार की रौनक लौट आएगी। जानकारों का मानना है कि दीवाली भी माह के अंत में है, एेसे में इस त्योहार में ज्यादा कोई अंतर आता दिखाई नहीं दे रहा है। बाजार में ऑटोमोबाइल में फाइनेंस और होमगुड्स में ग्राहकों की अधिक रूचि भ्पाी नहीं दिखी। सराफा, ऑटोमोबाइल, फर्नीचर और होम फर्नीचर उत्पादों को मिलाकर 9 दिनों में 70 लाख से अधिक का बाजार नहीं पहुंच सका। लोग नवरात्रि के पवित्र दिनों में या फिर धनतेरस और दीपवाली पर शुभ मुहूर्त में जमकर खरीदी करते हैं। अब व्यापारियों को इसी से उम्मीदें हैं।

यह भी हुए प्रभावित
फर्नीचर व्यवसायी अजय रतनानी के अनुसार फर्नीचर में मांग कुछ कम रही। पिछले साल के तुलना में बाजार 40 प्रतिशत ही रहा। ऑटोमोबाइल के माजिद खाने ने बताया कि टू-व्हीलर में बिक्री सामान्य से कम रही। वाहन पर तमाम तरह के ऑफर भी बिक्री को बढ़ा नहीं सके। कार विक्रेता निशांत फौजदार के अनुसार फाइनेंस आसानी से होने से कारों मार्केट ठीक-ठाक रहा है, लेकिन पिछले साल के मुकाबले कारों का मार्केट भी ठंडा है। इस सीजन की तुलना में मार्केट ठीक रहा है। इलेक्ट्रानिक्स व्यवसायी की उम्मीदें अब पूरी तरह से आने वाले धन-तेरस के त्यौहार से ही है।

सराफा बाजार नहीं हुआ गुलजार
सराफा व्यवसायी सुशील जैन ने बताया कि सराफा में शहरी क्षेत्र में भीड़ ही नहीं रही। अब दुकानदारों को आने वाले दिनों में धनतेरस और दीपावली से ही उम्मीदें हैं।
अब धनतेरस का इंतजार
अगले 15 दिनों के बाद दीवाली है। इससे पहले पुष्य नक्षत्र और धनतेरस पड़ेगा। जिसमें करीब डेढ़ करोड़ के कारोबार की उम्मीद है।
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