सालों पुराने पेड़ गायब
ट्रेक्टर स्कीम के ६ एकड़ एरिया में फैले हुए पेड़ सालों पुराने थे। अब यहां ठूंठ बचे हैं। पुरानी इटारसी क्षेत्र के पूर्व पार्षद शिवकिशोर रावत बताते हैं कि प्रस्तावित बस स्टैंड परिसर में कभी कृषि अभियांत्रिकीय विभाग हुआ करता था। परिसर में पेड़ ४० से ५० वर्ष पुराने थे। जिनकी लकड़ी बाजार में लगभग पचास लाख में बिकेगी।
चोरी हुए ये पेड़
कुल्हाड़ी और कटर से काटे नीलगिरी, गुलमोहर, सिलवर ओक, सतकठा, बैर, नीम, आम और कुछ सागौन के पेड़ों को कटर मशीन और कुल्हाड़ी से काटा गया। सूत्रों के मुताबिक केसला के जालीखेड़ा और धांसई से पेड़ कटाई के लिए आधा दर्जन मजदूर आए थे। इन्हें कौन लाया, यह जांच का विषय है।
1. नपा के कार्यक्रमों की व्यस्तता की वजह से रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा पाए थे। एफआईआर करवाएं या फिर चोरी का आवेदन दें। यही सोच रहे हैं।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ
ट्रेक्टर स्कीम के ६ एकड़ एरिया में फैले हुए पेड़ सालों पुराने थे। अब यहां ठूंठ बचे हैं। पुरानी इटारसी क्षेत्र के पूर्व पार्षद शिवकिशोर रावत बताते हैं कि प्रस्तावित बस स्टैंड परिसर में कभी कृषि अभियांत्रिकीय विभाग हुआ करता था। परिसर में पेड़ ४० से ५० वर्ष पुराने थे। जिनकी लकड़ी बाजार में लगभग पचास लाख में बिकेगी।
चोरी हुए ये पेड़
कुल्हाड़ी और कटर से काटे नीलगिरी, गुलमोहर, सिलवर ओक, सतकठा, बैर, नीम, आम और कुछ सागौन के पेड़ों को कटर मशीन और कुल्हाड़ी से काटा गया। सूत्रों के मुताबिक केसला के जालीखेड़ा और धांसई से पेड़ कटाई के लिए आधा दर्जन मजदूर आए थे। इन्हें कौन लाया, यह जांच का विषय है।
1. नपा के कार्यक्रमों की व्यस्तता की वजह से रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा पाए थे। एफआईआर करवाएं या फिर चोरी का आवेदन दें। यही सोच रहे हैं।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ
घरों में घुस रहे जहरीले सांप, जमीन पर सोना हो सकता है खतरनाक
इटारसी. बरसात का मौसम है और हर दिन कभी तेज और कभी रिमझिम बारिश हो रही है। इससे बिलों में पानी घुसने से उनमें रहने वाले जहरीले सांप खेत और बिल छोड़कर लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। शहर में जिन लोगों के मकान किसी बड़े खाली भूखंड के पास बने हैं या फिर नालों से सटकर बने हुए हैं उन मकानों में जहरीले जीव-जंतुओं के पहुंचने का खतरा ज्यादा रहता है। लोगों को बरसात में अपने घर में जमीन पर सोने से बचना चाहिए।
अब तक दो दर्जन से ज्यादा पकड़े : सर्पमित्र अभिजीत यादव के अनुसार मानसून शुरू होते ही जहरीले सांपों की सक्रियता भी शुरू हो गई है। यह जहरीले सांप अब घरों तक पहुंच रहे हैं। अब तक वे करीब दो दर्जन से ज्यादा जहरीले सांप पकड़ चुके हैं। अधिकांश सांप कोबरा प्रजाति के थे।
इटारसी. बरसात का मौसम है और हर दिन कभी तेज और कभी रिमझिम बारिश हो रही है। इससे बिलों में पानी घुसने से उनमें रहने वाले जहरीले सांप खेत और बिल छोड़कर लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। शहर में जिन लोगों के मकान किसी बड़े खाली भूखंड के पास बने हैं या फिर नालों से सटकर बने हुए हैं उन मकानों में जहरीले जीव-जंतुओं के पहुंचने का खतरा ज्यादा रहता है। लोगों को बरसात में अपने घर में जमीन पर सोने से बचना चाहिए।
अब तक दो दर्जन से ज्यादा पकड़े : सर्पमित्र अभिजीत यादव के अनुसार मानसून शुरू होते ही जहरीले सांपों की सक्रियता भी शुरू हो गई है। यह जहरीले सांप अब घरों तक पहुंच रहे हैं। अब तक वे करीब दो दर्जन से ज्यादा जहरीले सांप पकड़ चुके हैं। अधिकांश सांप कोबरा प्रजाति के थे।