होशंगाबाद जिले के देहात थाना टीआई का कहना है कि सैंपल को जांच के लिए नहीं भेजा है क्योंकि इसमें 26 से 30 हजार रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद कुत्ते का हक जता रहे शादाब खान का कहना है कि वह हैदराबाद की लैब के नाम से 30 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट दे देंगे। शदाब का कहना है कि मध्यप्रदेश में ऐसा पहला मामला है जब किसी कुत्ते को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। विवाद को स्पष्ट करने के लिए वह डीएनए टेस्ट करवाना चाहते हैं।
इस तरह शुरू हुआ था विवाद
दरअसल, 3 दिन पहले शादाब खान और एबीवीपी के जिला संयोजक कृतिक शिवहरे के बीच डॉग के मालिकाना हक का विवाद सामने आया। शादाब के अनुसार, अगस्त में उसका कुत्ता गुम हो गया था। पुलिस ने 20 नवंबर को कृतिक के घर से उनकी अनुपस्थिति में डॉग को शादाब को सौंप दिया। अब कृतिक का कहना है कि पुलिस ने दवाब में आकर मेरा डॉग शादाब को सौंप दिया है।
दरअसल, 3 दिन पहले शादाब खान और एबीवीपी के जिला संयोजक कृतिक शिवहरे के बीच डॉग के मालिकाना हक का विवाद सामने आया। शादाब के अनुसार, अगस्त में उसका कुत्ता गुम हो गया था। पुलिस ने 20 नवंबर को कृतिक के घर से उनकी अनुपस्थिति में डॉग को शादाब को सौंप दिया। अब कृतिक का कहना है कि पुलिस ने दवाब में आकर मेरा डॉग शादाब को सौंप दिया है।