मुख्य द्वार पर बैठे बच्चे
बच्चों ने सुबह से मुख्य द्वार पर डेरा जमा लिया था। बच्चों ने किसी को भी अंदर नहीं आने-जाने नहीं दिया। दरअसल बच्चों का कहना था कि स्कूल में शिक्षकों का तबादला होने के बाद यहां पढ़ाएगा कौन। इधर, स्थानांतरित शिक्षकों का कहना था कि यदि उन्होंने समय पर ज्वाइन नहीं किया तो उनका तबादला आदेश निरस्त हो जाएगा। ऐसे में उनको परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि जिले के अनेक स्कूलों में ऐसी स्थिति है। इधर, डीपीसी ने स्कूल पहुंचकर बच्चों को लिखित आश्वासन दिया कि बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के शिक्षकों को रिलीव नहीं किया जाएगा।
बच्चों ने सुबह से मुख्य द्वार पर डेरा जमा लिया था। बच्चों ने किसी को भी अंदर नहीं आने-जाने नहीं दिया। दरअसल बच्चों का कहना था कि स्कूल में शिक्षकों का तबादला होने के बाद यहां पढ़ाएगा कौन। इधर, स्थानांतरित शिक्षकों का कहना था कि यदि उन्होंने समय पर ज्वाइन नहीं किया तो उनका तबादला आदेश निरस्त हो जाएगा। ऐसे में उनको परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि जिले के अनेक स्कूलों में ऐसी स्थिति है। इधर, डीपीसी ने स्कूल पहुंचकर बच्चों को लिखित आश्वासन दिया कि बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के शिक्षकों को रिलीव नहीं किया जाएगा।