अमरनाथ यात्रा पर गया डॉक्टरों का दल सोनबर्ग में फंसा
होशंगाबादPublished: Jul 12, 2016 10:54:00 am
होशंगाबाद से अमरनाथ यात्रा पर गए डॉक्टरों के एक दल (समूह) अमरनाथ यात्रा में फंसा इन्होंने एक रात सोनबर्ग में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल
में गुजारी। कश्मीर के एयरपोर्ट से प्लेन में बैठकर यह दल सोमवार शाम करीब
सात बजे भोपाल पहुंचा
होशंगाबाद।. ‘खौफनाक मंजर। रह-रह कर उठती आवाजें। कभी नारे, तो कभी चीखें। हर आवाज के साथ दिल बैठ जाता है। सेना के जवान इधर से उधर दौड़ रहे हैं। अचानक फायरिंग की आवाज आती है। पथराव होने लगा है। हम एक-दूसरे का हाथ थाम लेते हैं। फिर हम बाबा अमरनाथ का जयकारा लगाते हैं।
कुछ ऐसे ही हालात का सामना किया होशंगाबाद से अमरनाथ यात्रा पर गए डॉक्टरों के एक दल (समूह) ने। छह जुलाई को होशंगाबाद से अमरनाथ यात्रा के लिए डॉक्टरों का एक दल रवाना हुआ था। साथ में परिजन भी थे। बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद ये लोग कश्मीर में भड़की हिंसा में फंस गए। इन्होंने एक रात सोनबर्ग में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में गुजारी। कश्मीर के एयरपोर्ट से प्लेन में बैठकर यह दल सोमवार शाम करीब सात बजे भोपाल पहुंचा और फिर वहां से रात 9.१५ बजे होशंगाबाद लौटा।
सेना के शुक्रगुजार, जिनसे महफूज रहे
जिला अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मलय जायसवाल ने बताया कि हिंसा के दौरान सेना लोगों की मदद कर रही है। हमें भी सेना ने महफूज रखा। मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस जयदेवन और सीहोर एसडीएम राजकुमार खत्री ने भी हमारी मदद की। ये लोग मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाते, तो न जाने हमारा क्या होता…?
डॉक्टरों का समूह, जो कश्मीर में फंसा
– जिला अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मलय जायसवाल
– मां शरदा नर्सिंग होम की संचालक डॉ. रोमा राय जायसवाल
– सेठा हॉस्पिटल के डॉ. अतुल सेठा, पत्नी डॉ. अनुपमा सेठा,
– सेठा हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ. उमेश सेठा, डॉ. ज्योति सेठा
– सेठा हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गक्खड़, पत्नी डॉ. सुहासिनी गक्खड़, बेटा किंचू और डॉ. सुहासिनी के दो भाई