कलेक्टर ने दिए बर्खास्ती के आदेश, सचिव को नोटिस
होशंगाबादPublished: Jan 19, 2019 11:24:07 pm
आंचलखेड़ा ग्राम पंचायत में पहुंचे थे सक्सेना, किसानों से फोटो चस्पा करवा रहे थे अधिकारी
किसानों से फोटो चस्पा करवा रहे थे अधिकारी
होशंगाबाद. प्रदेश कांग्रेस सरकार की प्रमुख जयकिसान ऋण मुक्ति योजना में लापरवाही और किसानों को अनावश्यक परेशान करने का मामला सामने आया है। अधिकारी अपनी मनमर्जी से योजना का लाभ लेने वाले किसानों से आवेदान पर उनका फोटो चस्पा करवा रहे थे, जबकि शासन ने एेसे कोई आदेश ही नहीं दिए। नोडल अधिकारी गायब थी। सचिव एवं रोजगार सहायक रजिस्टर पर एंट्री तक नहीं कर रहे थे। कलेक्टर आशीष सक्सेना अचानक मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे तो अफसरों की लापरवाही की पोल खुल गई। किसान भी परेशान हो रहे थे। इस पर मौके पर ही नोडल अफसर को बर्खास्त करने का प्रस्ताव बनाकर भेजने और सचिव को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देश दिए कि किसी किसान से फोटो चस्पा न करवाएं सिर्फ आवेदन लें। कलेक्टर सक्सेना शनिवार को अचानक आंचलखेड़ा ग्राम पंचायत में ऋण माफी योजना के कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान नोडल अधिकारी बनाई गई बाबई की ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रबंधक सुनीता गढ़बाल गायब थी। उनकी अनुपस्थिति पर बर्खास्तगी का प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेजने के निर्देश दिए। किसानों को अकारण फोटो चस्पा करने को मजबूर करने और रजिस्टर में आवेदकों के नाम दर्ज नहीं करने पर सचिव एवं रोजगार सहायक को कारण बताओ नोटिस देने का कहा। उन्होंने कर्मचारियों कार्य के प्रति सजगता व सतर्कता बरतने व समय पर किसानों के डाटा-जानकारी एकत्रित कर संधारण के निर्देश दिए हैं। एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर भी किसानों के डाटा को पूरी तरह कंपलीट कर अपलोड करने को कहा है।
दो दिन पहले लगाई थी फटकार – दो दिन पहले ही कलेक्टर ने योजना के क्रियान्वयन में महिला बाल विकास, जनपद पंचायतों और राजस्व विभाग से जुड़े कोटवार और खुद कृषि विभाग के किसान मित्रों व्दारा सहयोग नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई थी। इस संबंध में महिला बाल विकास, सभी एसडीएम, आत्मा परियोजना संचालक और नपा सीएमओ को कड़ा पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं।