होशंगाबाद जिले में अभी वैध रेत खदानों को भी उत्खनन की मंजूरी नहीं मिली है। यहां सिर्फ एक दिन पूर्व सात स्टाक से रेत बेचने की अनुमति दी गई है। लेकिन इसकी आड़ में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का काम शुरू हो गया है। सूत्र बताते हैं कि रेत माफिया सोमवार रात से ही मशीनों से अवैध उत्खनन कर रेत चोरी कर रहा है। दिन-दहाड़े रेत चोरी की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद कुछ ग्रामीणों ने माफिया के लोगों को घेर लिया। इसके बाद हरकत में आया प्रशासन और वहां एसडीएम पहुंचे। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई चल रही थी। खनिज अधिकारी भी मौके पर पहुंचने वाली हैं।
विधायक के रिश्तेदार करा रहा था खनन
इस मामले में दो विधायकों के रिश्तेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। एक विधायक के रिश्तेदार ने रायल्टी दी और दूसरे के रिश्तेदार ने जिसके स्टाक को बेचने की अनुमति नहीं मिली, उसे बेची जाना बताई जा रही है। जहां खनन किया है कि वहां ही स्टाक है।
पटवारी मौजूद थे मौके
जिस समय ग्रामीण वहां रेत उत्खनन का विरोध कर रहे थे, उसी दौरान वहां से सीमाकंन करने जा रहे पटवारी मौर्य गुजरे। उन्हें ग्रामीणों ने रोककर कार्रवाई करने का कहा। साथ ही वीडियो भी बनाने लगे। जिसमें तीन-चार टै्रक्टर-ट्राली और एक डंपर नजर आ रहे हैं। साथ ही जेसीबी से रेत निकाली जा रही थी।
पुल के नीचे कर रहे थे खुदाई
रेत माफिया के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह पुल के नीचे पिलर के पास से भी खुदाई करने से नहीं चूक रहे। जबकि इससे पुल कमजोर हो सकता है। इस क्षेत्र में पूरी तरख खनन प्रतिबंध हैं।
इस मामले में दो विधायकों के रिश्तेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। एक विधायक के रिश्तेदार ने रायल्टी दी और दूसरे के रिश्तेदार ने जिसके स्टाक को बेचने की अनुमति नहीं मिली, उसे बेची जाना बताई जा रही है। जहां खनन किया है कि वहां ही स्टाक है।
पटवारी मौजूद थे मौके
जिस समय ग्रामीण वहां रेत उत्खनन का विरोध कर रहे थे, उसी दौरान वहां से सीमाकंन करने जा रहे पटवारी मौर्य गुजरे। उन्हें ग्रामीणों ने रोककर कार्रवाई करने का कहा। साथ ही वीडियो भी बनाने लगे। जिसमें तीन-चार टै्रक्टर-ट्राली और एक डंपर नजर आ रहे हैं। साथ ही जेसीबी से रेत निकाली जा रही थी।
पुल के नीचे कर रहे थे खुदाई
रेत माफिया के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह पुल के नीचे पिलर के पास से भी खुदाई करने से नहीं चूक रहे। जबकि इससे पुल कमजोर हो सकता है। इस क्षेत्र में पूरी तरख खनन प्रतिबंध हैं।