ऐसी दिया काम को अंजाम
बुधवार की रात करीब 11 बजे बाबई के आवास कॉलोनी में नसीराबाद रोड निवासी बिजेंद्र पिता रमेश कुचबंदिया (30) अपनी बहन के घर से जन्मदिन कार्यक्रम से लौटते समय बुलट लेकर खड़ा था। इसी दौरान समीर पिता हनीफ खान एवं उसका चाचा मुंडा बाइक से आए और गाली-गलौच कर बिजेंद्र पर पिस्टल से गोली चला दी। गोली बिजेंद्र के दाईं भुजा में लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे तुरंत बाबई अस्पताल लाया गया, जहां से रैफर कर देर रात में ही जिला अस्पताल में भर्ती किया। जहां उपचार जारी है।
बुधवार की रात करीब 11 बजे बाबई के आवास कॉलोनी में नसीराबाद रोड निवासी बिजेंद्र पिता रमेश कुचबंदिया (30) अपनी बहन के घर से जन्मदिन कार्यक्रम से लौटते समय बुलट लेकर खड़ा था। इसी दौरान समीर पिता हनीफ खान एवं उसका चाचा मुंडा बाइक से आए और गाली-गलौच कर बिजेंद्र पर पिस्टल से गोली चला दी। गोली बिजेंद्र के दाईं भुजा में लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे तुरंत बाबई अस्पताल लाया गया, जहां से रैफर कर देर रात में ही जिला अस्पताल में भर्ती किया। जहां उपचार जारी है।
यह है घटना के पीछे कारण : बाबई टीआई अनूप सिंह नैन ने बताया कि बिजेंद्र कुचबंदिया और समीर के बीच पुरानी रंजिश चल रही है। वर्ष 2018 में होशंगाबाद से कोर्ट से पेशी से लौटते समय समीर के भाई फैजान की बिजेंद्र और उसके भाई संजय ने बाबई रोड टोल नाका के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। बिजेंद्र जमानत पर है और उसका भाई संजय जेल में है। इस हत्या के मामले में समीर गवाह है। गुरुवार को उसकी पेशी होनी थी। इसके पहले ही समीर ने चाचा मुंडा के साथ मिलकर बिजेंद्र की हत्या की कोशिश की।
घटना पर पुलिस को संदेह : घायल बिजेंद्र ने रिपोर्ट में जो घटना बताई, उसके बाद पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। टीआई के मुताबिक घटना स्थल व चोट के निशान को देखकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मामला संदिग्ध मानकर वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि घायल बिजेंद्र ने किसी दोस्त से ही खुद पर गोली तो नहीं चलवाई है।