scriptजमीन के लिए भतीजे ने ही बड़ी मां को उतारा था मौत के घाट | The nephew had brought the elder mother to death for the land | Patrika News

जमीन के लिए भतीजे ने ही बड़ी मां को उतारा था मौत के घाट

locationहोशंगाबादPublished: Jan 09, 2020 06:46:00 pm

Submitted by:

sandeep nayak

– मगरधा गांव में 1 जनवरी की सुबह नकाबपोश में आकर आरोपी श्यामसुंदर गौर ने रेखाबाई गौर को कट्टे से गोलियां मारकर की थी हत्या, आरोपी के पिता को भी षडय़ंत्र रचने के लिए बनाया मुल्जिम

जमीन के लिए भतीजे ने ही बड़ी मां को उतारा था मौत के घाट

जमीन के लिए भतीजे ने ही बड़ी मां को उतारा था मौत के घाट

हरदा. रहटगांव थाने के गांव मगरधा में गत 1 जनवरी की सुबह घर के आंगन में झाडू़ लगा रही रेखाबाई गौर की अज्ञात युवक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी मृतका का भतीजा ही निकला। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने 9 एकड़ जमीन के लिए बड़ी मां की हत्या करना कबूला। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी भगवतसिंह विरदे ने हत्या करने वाला आरोपी श्यामसुंदर गौर (22 वर्ष) और व अपराध में सहयोग करने वाले उसके पिता सुदामा पिता गिरधारीलाल गौर (48 वर्ष) के गिरफ्तार होने की जानकारी मीडिया को दी। वहीं किस तरह से महिला की हत्या का षडय़ंत्र रचा गया था इसका पर्दाफाश किया। आरोपी का सुराग नहीं लगने पर पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
बाप-बेटे ने मिलकर रचा था हत्या का षडय़ंत्र
जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 से मगरधा के सुदामा गौर एवं उसके बड़े भाई बलराम गौर की दूसरी पत्नी मृतका रेखाबाई गौर का 9 एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। बलराम की कोई संतान नहीं थी। किंतु बाद में बलराम की मृत्यु होने पर आरोपी श्यामसुंदर गौर ने वसीयतनामा के आधार पर उक्त जमीन अपने नाम करा ली थी। जब इस संबंध में महिला को पता चला तो उसने न्यायालय की शरण ली थी, जिसमें मृतिका के पक्ष में न्यायालय ने फैसला सुनाया था। किंतु इसके बावजूद आरोपी श्यामसुंदर और सुदामा मृतका को जमीन नहीं देने के लिए अड़े हुए थे। कई बार उन्होंने समाज के लोगों को बुलाकर समझौता चाहा था, लेकिन समझौता नहीं हुआ था। जिस पर बाप-बेटे ने मिलकर रेखाबाई को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। इसके बाद आरोपी श्यामसुंदर ने नकाबपोश बनकर उसकी हत्या कर दी थी। घटना के बाद से ही पिता-पुत्र फरार थे। रेखाबाई गौर की हत्या के बाद सूचनाकर्ता संतोष पिता रामरतन गौर निवासी झाड़बीड़ा की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 भादवि का मामला दर्ज किया था।
आरोपी ने झूठी रिपोर्ट करके पिता को जेल में बंद कराया था
एसपी विरदे ने बताया कि गत 8 जनवरी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी श्यामसुंदर और सुदामा हरदा से पड़वा गांव जाने के लिए निकले हैं। जिस पर पुलिस टीम ने नांदवा-पड़वा रोड पर नहर पुलिया पर घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर आरोपी श्यामसुंदर ने जूर्म कबूल करते हुए बताया कि बलराम की जमीन लेने के लिए उसने षडय़ंत्र रचा था। उसने पिता सुदामा द्वारा पढ़ाई नहीं करने के लिए रोकने और झगड़ा करने की बात कहते हुए थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने सुदामा को जेल भिजवा दिया था। वहीं आरोपी की मंशा थी कि पिता जेल में रहने से वह हत्या में मुल्जिम नहीं बन सके। श्यामसुंदर ने पुलिस को बताया कि उसके द्वारा रेखाबाई की हत्या की गई है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने खेत से हत्या में उपयोग किया गया कट्टा बरामद किया। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद रेलवे स्टेशन पर खड़ी की गई मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने जब्त किया।
आरोपियों को पकडऩे में इन्होंने निभाई भूमिका
टिमरनी एसडीओपी आरके गेहलोद, रहटगांव थाना प्रभारी सुरेखा निमोदा, उप निरीक्षक राकेश गौर, सहायक उप निरीक्षक गजेंद्र भदौरिया, मनोज दुबे, प्रधान आरक्षक पंकज नामदेव, आशीष तिरोल्या, राजेश गुर्जर, आरक्षक अमित रावत, तुषार धनगर, रोहित रघुवंशी, हेमूलाल, सायबर सेल आरक्षक प्रमोद कुमरे ने आरोपियों को पकडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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