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रेल नीर से बुझेगी रेल यात्रियों की प्यास

locationहोशंगाबादPublished: Jun 06, 2018 02:43:18 pm

Submitted by:

Manoj Kundoo

मप्र जेल विभाग को केंद्रीय जेल होशंगाबाद से भेजा प्रस्ताव, होशंगाबाद केंद्रीय जेल में अभी कैदी बनाते हैं कंबल।

The prisoner will make the water supply in the railway

कैदी बनाएंगे ‘जेल नीर, रेलवे में होगा सप्लाई

मनोज कुंडू. होशंगाबाद. रेलवे के ‘रेल नीरÓ के बाद जल्दी ही स्टेशन और ट्रेनों में ‘जेल नीरÓ भी मिलेगा। केंद्रीय जेल होशंगाबाद में सजा काट रहे कैदी फिल्टर (आरओ) पैक वॉटर बनाएंगे। जेल में फिल्टर प्लांट लगाने का प्रस्ताव जेल प्रबंधन ने मप्र जेल विभाग को भेज दिया है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही ‘जेल नीरÓ के नाम से पानी की बोतलें रेलवे स्टेशन, ट्रेन, बस स्टैंड और बाजार में नजर आएंगी। संभवत: यह प्रदेश की पहली जेल होगी जहां वॉटर फिल्टर और पैकिंग प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट को लगाने में करीब आठ से दस लाख रुपए खर्च होंगे। जिससे रोज पांच हजार लीटर पानी फिल्टर किया जा सकेगा।
केंद्रीय जेल होशंगाबाद ने इस संबंध का एक प्रस्ताव बनाकर मप्र जेल विभाग को भेजा है। वहीं इसके बाद से कैदियों को जेल में ही एक नया रोजगार भी मिल जाएगा।

अभी कैदी जेल में बनाते हैं कंबल
वर्तमान में जेल में कैदियों के लिए रोजगार की व्यवस्था की गई है। बताया गया है कि कैदी अभी यहां पर कंबल बनाते हैं। जिनसे उनको नया रोजगार मिला हुआ है।

एक लीटर पर करीब आठ रुपए खर्च
जेल प्रबंधन के मुताबिक प्लांट में पानी की आपूर्ति के लिए जेल में दो ट्यूबवेल मौजूद हैं। इनमें पर्याप्त पानी है। पानी को फिल्टर करके पैकिंग करने तक करीब आठ रुपए खर्च का अनुमान है।
१८८ साल पुरानी जेल
२३ एकड़ एरिया में बनी १८८ साल पुरानी इस जेल को वर्ष २०१३ में अपग्रेड करके केंद्रीय जेल बनाया गया। वर्तमान में करीब ६०० कैदी बंद हैं।

इनका कहना है…
अभी कैदी कंबल और चादर बनाने का काम करते हैं। जेल में कैदियों के लिए नए उद्योग स्थापित फिल्टर वॉटर प्लांट लगाने का प्रस्ताव बनाकर जेल मुख्यालय भेजा है। इसे रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों में सप्लाई करने की योजना है।
-ऊषा राज, अधीक्षक केंद्रीय जेल होशंगाबाद।

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