वर्तमान में जेल में कैदियों के लिए रोजगार की व्यवस्था की गई है। बताया गया है कि कैदी अभी यहां पर कंबल बनाते हैं। जिनसे उनको नया रोजगार मिला हुआ है।
एक लीटर पर करीब आठ रुपए खर्च
जेल प्रबंधन के मुताबिक प्लांट में पानी की आपूर्ति के लिए जेल में दो ट्यूबवेल मौजूद हैं। इनमें पर्याप्त पानी है। पानी को फिल्टर करके पैकिंग करने तक करीब आठ रुपए खर्च का अनुमान है।
२३ एकड़ एरिया में बनी १८८ साल पुरानी इस जेल को वर्ष २०१३ में अपग्रेड करके केंद्रीय जेल बनाया गया। वर्तमान में करीब ६०० कैदी बंद हैं।
इनका कहना है…