समय सीमा खत्म होने के बाद नहीं हुई सड़क की मरम्मत, 14 लाख में होना था काम
होशंगाबादPublished: Dec 06, 2021 12:59:20 pm
आवागमन में परेशानी, ट्राफिक को रोकने के चक्कर में अटका निर्माण कार्य
समय सीमा खत्म होने के बाद नहीं हुई सड़क की मरम्मत, 14 लाख में होना था काम
पिपरिया- प्रदेश की ए क्लास मंडी में सुमार रखने वाली कृषि उपज मंडी पहुंच मार्ग महीनो से क्षतिग्रस्त है। जिसे लेकर लगभग 14 लाख में जिसका पेंच वर्क होना था। परंतु समय सीमा के बाद भी यह कार्य अधूरा पड़ा है। पुलिस,मंडी प्रबंधन और ठेकेदार तीनो एक दूसरे को इस अधूरे कार्य को लेकर जिम्मेदार ठहरा रहे है। कृषि उपज मंडी क्षतिग्रस्त पहुंच मार्ग का टेंडर जुलाई में 4 लाख 12 हजार में हुआ था। जिसका मंडी ने वर्क आर्डर ठेकेदार को जुलाई में ही दे दिया। क्षतिग्रस्त मार्ग में डामर से पेंच वर्क होना था। लेकिन जहां रोड क्षतिग्रस्त थी वहां जलभराव की स्थिति निर्मित हुई जिसके कारण ठेकेदार ने मंडी समिती को पत्र लिखा जिसके बाद मंडी बोर्ड ने उक्त टेंडर की रकम बढ़ाकर लगभग 14 लाख कर दी। और ठेकेदार को तीन माह की समयसीमा में कार्य को पूर्ण करने को कहा। लेकिन अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ। मंडी सचिव राघवेन्द्र राठोर का कहना है कि रेलवे में रेक लगी हुई है वहीं मंडी में भी धान का सीजन चल रहा है। ट्राफिक अधिक होने के कारण अभी पेंच वर्क का कार्य बंद है। मंडी ने ट्राफिक को नियंत्रित करने हेतू एसडीएम व मंगलवारा पुलिस थाना प्रभारी को पत्र लिखा था। लेकिन उनका कहना है कि अगर यहां का ट्राफिक मंगलवारा से करेगे तो बाजार में ट्राफिक का दवाव बढ़ जाएगा। मंगलवारा थाना प्रभारी अजय तिवारी ने बताया कि मुझे मंडी सचिव की ओर से पत्र मिला था। मंडी के गार्ड व पुलिस बल के द्वारा एक तरफ से पेंच वर्र्क होगा दूसरी तरफ से वाहनों का आवागमन किया जाएगा। ट्राफिक में जो मदद बनेगी वह पुलिस विभाग करेगा। मंडी इंजीनियर अमरदास मर्सकोले ने बताया कि पेंच वर्क के बाद करीब 15 दिन का समय लगता है लेकिन आवागमन अधिक होने के कारण वाहन चालक निर्माणाधीन मार्ग से ही वाहन निकालते है। जिसके कारण वह मजबूत नहीं हो पाता है।
यहां से गुजरते हंै सैकडों वाहन
मंडी रोड से प्रतिदिन सैंकडों वाहनों का आवागमन होता है। दरअसल कृषि उपज मंडी के बाजू में वेयरहाउस है। जिससे प्रतिदिन अनाज से भरे ट्रेक्टर ट्राली व ट्रकों का आवागमन होता है। वही इसी रोड का उपयोग रेलवे रेक पाईंट पर आने जाने के लिए होता है। वहीं कृषि उपज मंडी में भी प्रतिदिन किसानों के ट्रेक्टर ट्राली अनाज से भरे हुए गुजरते है। नगर का ट्राफिक भी इसी मार्ग पर होता है। मार्ग क्षतिग्रस्त व अधूरा होने के कारण अनाज से भरे ट्रेक्टर ट्राली,ट्रकों के पहिए ऊचे नीचे होते हुए गुजरते है जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।