scriptफिल्मों के हीरो की तरह जब बचाई पायलेट ने हवा में लटकर हजारो यात्रियों की जान, खबर पढ़ आप भी हो जाएगें हैरान | The train stopped on the bridge, the pilot added hanging by sea pipe | Patrika News

फिल्मों के हीरो की तरह जब बचाई पायलेट ने हवा में लटकर हजारो यात्रियों की जान, खबर पढ़ आप भी हो जाएगें हैरान

locationहोशंगाबादPublished: Mar 28, 2019 12:43:09 pm

Submitted by:

poonam soni

पवारखेड़ा और इटारसी के बीच चेन पुलिंग

railway news

फिल्मों के हीरो की तरह पुल पर रूकी ट्रेन में हवा में लटकते हुए पायलेट ने जोड़ा हौज पाइप

इटारसी/भोपाल. पवारखेड़ा और इटारसी के बीच चेन पुलिंग से खड़ी हुई उद्योगनगरी एक्सप्रेस का हौज पाइप जोडऩे पहुंचे असिस्टेंट लोको पायलेट जगदीश चौरे यह देखकर परेशान हो गए कि पुलिंग वाली बोगी नदी के पुल पर ठहरी हुई है। दरअसल, बिना रैलिंग के संकरे पुल पर इतनी जगह भी नहीं थी कि चलकर पहुंचा जा सके। चौरे ने पुल के नीचे वाले गर्डर पर पैर टिकाया और ऊपर वाले गर्डर पर हाथों का सहारा लेकर आगे बढ़े। करीब २५ फीट तक स्क्रालिंग करते हुए चौरे बोगी तक पहुंचे और कुछ ही मिनटों में हौज पाइप जोड़ दिया। चौरे के इस काम की यात्री दाद दे रहे थे, किसी ने ड्यूटी पर चौरे का वीडियो बना लिया जो कि वायरल हो गया।
…तो डेढ़ घंटे लेट होती उद्योग नगरी : प्रतापगढ़ से लोकमान्य तिलक टर्मिनल को निकली उद्योग नगरी एक्सप्रेस गत शनिवार भोपाल से रवाना हुई थी। शाम साढ़े छह बजे पवारखेड़ा के पास किसी ने चैन पुलिंग कर दी। चैन पुलिंग इंजन से १५ वीं बोगी में हुआ था। जगदीश चैन बोगी के पास पहुंचे तो वह पुल के बीचों-बीच थी। टेक्निकल सपोर्ट मंगाते तो आने और फॉल्ट अटैंड होने में डेढ़ से दो घंटे लगते, जगदीश ने खुद ही यह काम करने का कदम उठाया। वे लटकते बोगी तक पहुंचे व 20 मिनट में ट्रेन को रेडी कर दिया।
समझता हूं रेलवे के समय की कीमत
वी डियो वायरल होने के बाद जगदीश से पत्रिका ने बात की तो उन्होंने बताया कि मैं मूलत: भोपाल का हूं और २००८ से रेलवे में सर्विस कर रहा हूं। रेलवे का समय बेहद कीमती होता है, उस समय पुल की ऊंचाई तो मैंने देख ली थी, लेकिन मुझे मालूम था कि दूसरा रास्ता अपनाया तो कम से कम दो घंटे लग जाएंगे। इसलिए खुद जाने का निर्णय लिया।
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