5 गेट से छोड़ा 91265 क्यूसेक पानी
तवा बांध प्रबंधन के अनुसार मंगलवार दोपहर ३ बजे तवा के 5 गेट रात 9 बजे तक 6 फीट ऊंचाई तक खुले रहे। इनसे 91 हजार 265 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। डेम का जलस्तर 11163.20 फीट दर्ज किया गया। रात ९ बजे नर्मदा नदी का जलस्तर ९५४ फीट रह।
तवा बांध प्रबंधन के अनुसार मंगलवार दोपहर ३ बजे तवा के 5 गेट रात 9 बजे तक 6 फीट ऊंचाई तक खुले रहे। इनसे 91 हजार 265 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। डेम का जलस्तर 11163.20 फीट दर्ज किया गया। रात ९ बजे नर्मदा नदी का जलस्तर ९५४ फीट रह।
तवा नदी में पांच दिन बाद उतरी बाढ़, शुरू हुआ चोपना मार्ग
सारनी। दो दिनों से बारिश थमी रहने से प्रभावित जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है। पांच दिनों से पूरी तरह बंद चोपना मार्ग पर बुधवार सुबह 9 बजे से आवागमन शुरू हो गया। वहीं राजडोह नदी में बाढ़ उतरने पर मंगलवार से ही लोनिया पंचायत के ग्रामीण नाव के सहारे नदी पार कर रहे हैं। हालांकि एक नाव चलने से ग्रामीणों को नदी पार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नाव से मोटसाइकिल और भारी वाहन परिवहन पूरी तरह बंद है। इधर चोपना पहुँच मार्ग के शिवनपाट रपटे पर अभी भी बाढ़ का पानी है। इस वजह से शिवनपाट रपटे पर आवागम अभी भी रोक रखा है। सुरक्षा में पुलिस तैनात है। दरअसल सतपुड़ा डैम के एक गेट से करीब एक हजार क्यूसेक पानी बुधवार सुबह से छोड़ा रहा है। इससे पहले तीन गेटों से पानी छोड़ा जा रहा था। सुबह 7.30 बजे गेटों की संख्या घटाकर एक कि गई है।
सारनी। दो दिनों से बारिश थमी रहने से प्रभावित जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है। पांच दिनों से पूरी तरह बंद चोपना मार्ग पर बुधवार सुबह 9 बजे से आवागमन शुरू हो गया। वहीं राजडोह नदी में बाढ़ उतरने पर मंगलवार से ही लोनिया पंचायत के ग्रामीण नाव के सहारे नदी पार कर रहे हैं। हालांकि एक नाव चलने से ग्रामीणों को नदी पार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नाव से मोटसाइकिल और भारी वाहन परिवहन पूरी तरह बंद है। इधर चोपना पहुँच मार्ग के शिवनपाट रपटे पर अभी भी बाढ़ का पानी है। इस वजह से शिवनपाट रपटे पर आवागम अभी भी रोक रखा है। सुरक्षा में पुलिस तैनात है। दरअसल सतपुड़ा डैम के एक गेट से करीब एक हजार क्यूसेक पानी बुधवार सुबह से छोड़ा रहा है। इससे पहले तीन गेटों से पानी छोड़ा जा रहा था। सुबह 7.30 बजे गेटों की संख्या घटाकर एक कि गई है।