कुएं में मिली थी लाश, ऐसे हुआ खुलासा
थाना पथरौटा के सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र मालवीय ने बताया कि सूचनाकर्ता विक्रम सिंह पिता नीलू सिंह ठाकुर (29) निवासी आम कछार ने सूचना दी थी कि गोल कुआ आम कछार के पास कुएं में एक अज्ञात शव पड़ा है। प्रथम दृष्टया यह प्रतीत हुआ कि अज्ञात मृतक की हत्या की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इसकी पुष्टि जैसे ही कि पुलिस टीम अज्ञात आरोपियों की तलाश में जुट गई। अज्ञात मृतक की पहचान 11 सितंबर को गुम हुए बबलू उर्फ विष्णु गिरी के रूप में हुई। जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि राहुल उर्फ छुट्टा धुर्वे नाम का युवक जो कि मृतक को चाचा कहता था वो 13 सितंबर को लाश मिलने से पहले थाने आया था और पुलिस को बताया था कि चाचा को एटीएम से पैसे निकालते नहीं आते थे, तो 11 सितंबर को उसने चाचा के कहने पर पैसे निकालकर दिए थे। जब चाचा ने पैसे निकालने को कहा तब उनके साथ एक महिला एवं दो पुरुष साथ थे। जिनमें से एक व्यक्ति को वह पहचान लेगा। तफ्तीश आगे बढ़ी तो पता चला कि राहुल उर्फ छुट्टा बार-बार मृतक के परिजनों के घर जाता था और पुलिस की कार्रवाई जानने का प्रयास करता था। जिससे उस पर शक हुआ। पुलिस ने राहुल के क्रियाकलापों पर जब नजर रखी और जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना कबूल लिया।
एक्सीलेटर वायर से घोंट दिया गला
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी राहुल प्लानिंग के तहत विष्णु गिरी को लाने के लिए बाइक से पहुंचा था और उसे बाइक पर बैठाकर नवीन निर्माण रोड फोरलेन के पास खुले मैदान में सागौन के पेड़ के पास ले गया। जहां पहले से शान मेहता व राहुल विश्वकर्मा मौजूद थे। मृतक समेत चारों ने बैठकर पहले बातें की और मौका पाकर राहुल धुर्वे ने मृतक को जमीन पर पटक दिया और गला दबाने लगा। शान मेहतो ने जिसने पहले ही राहुल विश्वकर्मा की बाइक से एक्सीलेटर वायर निकालकर रखा था, उससे फंदा बनाकर मृतक के गले में खींच दिया। राहुल विश्वकर्मा ने मृतक के पैर पकड़ लिए। इस तरह तीनों ने मिलकर मृतक विष्णु गिरी की हत्या कर दी और फिर उसके शव को कुएं में ले जाकर फेंक दिया। हत्या करने के बाद तीनों आरोपी खाना खाने ढाबे पर चले गए। जहां उन्होंने शराब पार्टी की और खाना खाना। वहां से राहुल धुर्वे एटीएम गया और 40 हजार रुपए निकाले और फिर ढाबे पर आ गया। जहां शान व राहुल बैठे हुए थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।