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इस टीआई का चार बार हुआ ट्रांसफर तो यह उठाया कदम

locationहोशंगाबादPublished: Mar 18, 2019 11:32:09 am

Submitted by:

sandeep nayak

एक महीने में हुए थे चार बार तबादले

transferred

Transferred the dead employee in bhilwara

होशंगाबाद। जिले के पुलिस महकमे में थाना प्रभारियों के आचार संहिता लगने से पहले ट्रांसफर हुए थे। इन स्थानांतरण आदेशों में एक मामला विभाग में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस विभाग के एक टीआई ने आचार संहिता लागू होने कुछ मिनट बाद हुए ट्रांसफर आदेश पर सवालिया निशाने लगाते हुए उच्च न्यायालय की शरण ली थी। हाईकोर्ट ने वादी टीआई के पक्ष को सही मानते हुए ट्रांसफर आदेश पर स्थगन दे दिया है।
बाबई थाना प्रभारी रहे शंकरलाल झारिया का तबादला हाईकोर्ट पहुंचा। टीआई झारिया का फरवरी 2019 में पहले पचमढ़ी थाना तबादला किया गया था। फिर उसको संशोधित कर उन्हें बनखेड़ी ट्रांसफर किया गया। वे बनखेड़ी थाने मे एक महीन भी नहीं रुके और उनका तबादला पचमढ़ी थाने कर दिया गया । ट्रांसफर से परेशान टीआई झारिया ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। जिस पर उन्हें स्थगन मिल गया है।
इनके भी हुए ट्रांसफर
जिले के कुछ थाने ऐसे हैं जहां पर गंभीर अपराध हुए लेकिन वहां के थाना प्रभारी तबादले से बच गए। जो थाना प्रभारी ट्रांसफर की जद में आए उनमें अनूप सिंह नैन को सोहागपुर थाना से कोतवाली पदस्थ किया गया। कोतवानी से चंद महीनों में उनका तबादला सोहागपुर हो गया। सोहागपुर में चंद दिन रहने के बाद उन्हें बाबई थाना भेजा गया। इसी तरह बनखेडी थाना प्रभारी भूपेन्द्र गुलबांके का तबादला फरवरी माह में बाबई थाना हुआ। चंद दिन बाद उन्हें सोहागपुर भेज दिया गया। इन सबमें केवल उक्त मामला ही हाईकोर्ट पहुंचने से विभाग मंे भी हड़कंप मचा हुआ है।
किसने क्या कहा –
थाना प्रभारियों के ट्रांसफर व्यवस्थागत ही किए गए थे। हमें भी जानकारी मिली है कि वे हाईकोर्ट से स्थगन आदेश ले आए हैं। अभी और ज्यादा जानकारी नही है।
एमएल छारी, एसपी होशंगाबाद
एक माह में बार-बार ट्रांसफर किया जाना न्यायसंगत नहीं है। इससे परेशान होकर हमने न्यायालय की शरण ली है। हमें स्थगन मिल गया है। इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कह पाएंगे।
शंकरलाल झारिया, थाना प्रभारी

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